Pregnancy First Trimester से ही अपना लिया सोने का यह तरीका

कुछ लोग पीठ के बल सोने के लिए मना करते हैं। उनका ऐसा मानना है कि इससे मां और बच्चे के हृदय में ब्‍लड सकुर्लेशन ठीक से नहीं हो पाता।

अगर आपको प्रेगनेंसी में कमर दर्द की शिकायत रहती है और आप ठीक से सो नहीं पातीं, तो सोते वक्‍त अपने सिर के नीचे तकिया लगा लेना चाहिए।

सोने की सबसे अच्‍छे स्थिति एसओएस है यानी साइड पर सोना है। बाईं ओर सोने से प्लेसेंटा और बच्‍चे तक पहुंचने वाला ब्‍लड और पोषक तत्‍वों की मात्रा बढ़ जाती है।

नीली रोशनी से बचें: रात में अच्छी नींद आने के लिए आपको बिस्तर पर जाने से पहले ही नींद आनी चाहिए। सोने से एक घंटे पहले स्मार्टफोन, टीवी स्क्रीन और लैपटॉप से दूर रहने की कोशिश करें, क्योंकि नीली रोशनी आपके मस्तिष्क को जगाए रखती है।

खाने की आदतों के प्रति सजग रहें: आप अपने आहार में बदलाव कर सकते हैं और रात में होने वाली असुविधा को कम करने के लिए सोने से ठीक पहले कुछ भी खाने से बच सकते हैं।

हाइड्रेटेड रहें: गर्भवती महिलाओं को भरपूर मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। रात में जागने से बचने के लिए दिन में ज़्यादा पानी पीना बेहतर है। सोने से पहले के घंटों में कैफीन का सेवन कम करने से आपको रात में बाथरूम जाने की ज़रूरत कम हो सकती है।

ठंडी और अंधेरी जगह पर सोएँ: गर्भावस्था के दौरान आपको सामान्य से ज़्यादा गर्मी लग सकती है, इसलिए अपने बेडरूम को ठंडा रखना बहुत ज़रूरी है।