30 की उम्र में नहीं होना बहरा, तो मान लें डॉक्टर का ये कहना

आंतरिक कान: ये हिस्सा सुनने और संतुलन दोनों के लिए बहुत जरूरी है। यहां कॉक्लीअ होती है, जिसमें बालों जैसी कोशिकाएं होती हैं जो ध्वनि कंपन को दिमाग तक पहुंचाती हैं। यहां वेस्टिबुलर सिस्टम भी होता है जो हमें संतुलन बनाने में मदद करता है।

कैसे होती है जांच? ऑडियोग्राम से बहरेपन की जांच की जाती है। यह टेस्ट बताता है कि इंसान अलग-अलग फ्रीक्वेंसी और तेज आवाज को कितना सुन सकता है। इससे सुनने की क्षमता को हुए नुकसान के बारे में जानकारी मिलती है।

मध्य कान: ये हिस्सा कान के पर्दे के ठीक पीछे होता है, इसमें तीन छोटी हड्डियां होती हैं जो ध्वनि कंपन को बढ़ाकर आंतरिक कान तक पहुंचाती हैं। सर्दी-ज़ुकाम और इन्फेक्शन की वजह से यहां ओटिटिस मीडिया जैसी समस्या हो सकती है।