रेल की पटरी

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क्या कारण है कि रेल की पटरी पर कभी जंग नहीं लगती?

 रेल की पटरी

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भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करती है। यही वजह है कि इंडियन रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है।

भारत का रेल

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रेल नेटवर्क एशिया में दूसरा सबसे बड़ा है। आपने भी कभी न कभी इंडियन रेलवे से सफर जरूर किया होगा। ट्रेनें लोहे की बनी पटरियों पर चलती हैं और यात्रियों तथा सामानों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती हैं।

रेलवे की पटरियों

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रेलवे की पटरियों को भारी वजन और विभिन्न प्राकृतिक स्थितियों जैसे बारिश, धूप और अन्य आपदाओं का सामना करना पड़ता है। फिर भी, आपने देखा होगा कि इन पटरियों पर कभी जंग नहीं लगती।

रेलवे की पटरियों

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आमतौर पर लोहा जब पानी और हवा के संपर्क में आता है तो उस पर जंग लग जाती है। लेकिन रेलवे की पटरियों पर ऐसा नहीं होता।

रेलवे की पटरियों

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तो आखिर इसमें ऐसी कौन सी खासियत है कि पटरियों पर जंग नहीं लगती?

स्टील

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रेलवे की पटरियों को बनाने के लिए एक खास तरह के स्टील का उपयोग किया जाता है। यह स्टील लोहे से ही बना होता है, लेकिन इसमें और भी कुछ तत्व मिलाए जाते हैं।

स्टील और मैंगनीज

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पटरियों के निर्माण में स्टील के साथ मैंगनीज भी मिलाया जाता है। मैंगनीज का मिश्रण एक खास तरह का स्टील बनाता है, जो पटरियों को मजबूती देता है और जंग लगने से बचाता है।