शास्त्रों में विवाह पूर्व कुंडली मिलान क्यों जरूरी माना गया है
दूल्हा और दुल्हन की कुंडली के गुण मिलाने से यह पता चलता है कि धन संपदा अर्जित करने के लिए और संतान प्राप्ति के लिए आने वाला समय कैसा रहेगा
कुंडली और राशि मिलाने से पता लगता है कि जीवन में यदि आगे किसी प्रकार की कोई बाधाएं हैं, तो उन्हें किस तरह से दूर किया जा सकता है
कुंडली मिलाने से जीवनसाथी की कोई स्वास्थ्य समस्या या आने वाले जीवन में किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है
विवाह से पहले वर-वधू की कुंडली मिलाने से विवाह के बाद कुंडली में मौजूद ग्रह नक्षत्रों की स्थिति का पता लगाया जा सकता है
मुख्य रूप से कुछ गुणों का मिलान बहुत जरूरी माना गया है. जिसमें नाड़ी दोष, भकूट दोष, गण, ग्रह मैत्री, आदि प्रमुख है. मान्यता के अनुसार यदि किसी की कुंडली में नाड़ी दोष है. तो शादी नहीं करनी चाहिए