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छत्तीसगढ़

फिल्टर प्लांट परिसर में रिसर्कियुलेशन सिस्टम प्रारम्भ, व्यर्थ बह रहे बैकवाश वाटर को भेजा जाएगा संयन्त्र में वापस

फिल्टर प्लांट परिसर में रिसर्कियुलेशन सिस्टम प्रारम्भ, व्यर्थ बह रहे बैकवाश वाटर को भेजा जाएगा संयन्त्र में वापस

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग एवं रायपुर जिला प्रशासन की लोकहितकारी मंशा के अनुरूप अमृत मिशन योजना के अंतर्गत 150 एमएलडी एवं 80 एमएलडी क्षमता के जल शुद्धिकरण संयंत्रों हेतु भाठागांव स्थित फिल्टर प्लांट परिसर में निर्मित रिसर्कियुलेशन सिस्टम का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। इस अवसर पर नगर पालिक निगम रायपुर के अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा, कार्यपालन अभियंता अमृत मिशन अंशुल शर्मा, कार्यपालन अभियंता फिल्टर प्लांट नर सिंग फरेन्द्र के साथ एजेंसी मेसर्स इंडियन ह्यूम पाईप कंपनी लिमिटेड के अधिकारीगण उपस्थित थे।
जल शुद्धिकरण संयंत्रों के फिल्टर बेड की बैक वाशिंग एक निरंतर प्रक्रिया है, जिससे फिल्टर बेड को प्रतिदिन नियमित रूप से साफ किया जाता है। फिल्टर बेड को साफ करने में उपयुक्त होने वाले जल को बैक वाशिंग की प्रक्रिया उपरांत भूमिगत ड्रेन पाइप के माध्यम से ड्रेन आउट कर दिया जाता था। यह बैकवाश वाटर भाठागांव स्थित फिल्टरप्लांट परिसर से बाहर प्रोफेसर कॉलोनी नाले में सम्मिलित होता था। वर्षा ऋतु में नदी का पानी मटमैला होने के कारण जल शुद्धिकरण संयंत्रों के फिल्टर बेड की बैक वाशिंग प्रक्रिया को एक से अधिक बार दोहराये जाने की आवश्यकता पड़ती है, जिसके कारण अत्यधिक मात्रा में बैकवाश वाटर फिल्टर प्लांट परिसर से बाहर ड्रेन आउट होता है।
रिसर्कियुलेशन सिस्टम का संचालन प्रारंभ होने से 150 एमएलडी एवं 80 एमएलडी क्षमता के दोनों जल शुद्धिकरण संयंत्रों से निकलने वाले बैकवाश वाटर को पुनः संयंत्र में भेजा जा रहा है,जिससे कि व्यर्थ बह रहे बैकवाश वाटर का पुर्नचक्रण किया जा रहा है। दोनों जल शुद्धिकरण संयंत्रों से औसतन प्रतिदिन 6 एमएलडी बैकवाश वाटर फिल्टर प्लांट परिसर से बाहर ड्रेन आउट होता है एवं वर्षा ऋतु में यह आकड़ा 9 एमएलडी तक पहुंच जाता है। रिसर्कियुलेशन सिस्टम की कुल क्षमता प्रतिदिन 12 एमएलडी बैकवाश वाटर को संरक्षित करने की है। इसके संचालन से प्रतिदिन इतनी वृहद मात्रा में जल को संरक्षित किया जायेगा। इसके साथ ही वर्षा ऋतु में प्रोफेसर कॉलोनी नाले से लगे डुबान क्षेत्रों को जलमग्न होने से बचाया जा सकेगा। अमृत मिशन योजना के अंतर्गत फिल्टर प्लांट परिसर में ही नवनिर्मित 80 एमएलडी क्षमता के जल शुद्धिकरण संयंत्र में पूर्व से ही रिसर्कियुलेशन सिस्टम का प्रावधान होने के कारण विगत एक वर्ष से अधिक अवधि से निरंतर संचालित इस संयंत्र से बैकवाश वाटर का पुर्नचक्रण किया जा रहा है। नवीन रिसर्कियुलेशन सिस्टम का संचालन प्रारंभ होने से भाठागांव स्थित फिल्टर प्लांट परिसर में निर्मित तीनों जलशुद्धिकरण संयंत्रों (80 एमएलडी. 150 एमएलडी एवं नवीन 80 एमएलडी ) को “जीरो वेस्टेज वाटर ” संयंत्र कहा जा सकता है। पानी की बढ़ती मांग एवं लगातार गिरते जल स्तर के बीच जल संरक्षण की दिशा में रायपुर शहर के लिए रिसर्कियुलेशन सिस्टम का सतत निरन्तर प्रक्रिया के अंतर्गत प्रारम्भ एक महत्वपूर्ण लोकहितकारी कार्य माना जा रहा है।

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