मॉस्को । रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर रूस-यूक्रेन युद्ध को भड़काने का गंभीर आरोप लगाया है। रूस का यह आरोप ऐसे समय सामने आया है, जब ऐसी खबरें सामने आई हैं कि अमेरिका, रूस के भीतर हमले के लिए यूक्रेन को लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइलें देने की तैयारी कर रहा है। रूस ने चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन ने लंबी दूरी की मिसाइलों से रूस के भीतर हमले किए तो इसका बुरा अंजाम होगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर पड़ेगा व्यापक असर
गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइलों यानी कि टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) के रूस के अंदर हमले के लिए इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन द्वारा पहले भी एटीएसीएमएस का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन ये इस्तेमाल सीमावर्ती इलाकों तक सीमित था, लेकिन अब अमेरिका ने रूस के भीतर भी हमले के लिए टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे रूस-यूक्रेन युद्ध पर व्यापक असर पड़ सकता है।
क्या है एटीएसीएमएस मिसाइल सिस्टम
यह जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जो 300 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भेद सकती है। लंबी दूरी तक मार करने की वजह से ही यह मिसाइल यूक्रेन के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है। दरअसल इस मिसाइल से रूस के मिलिट्री एयर बेस यूक्रेन के निशाने पर आ जाएंगे।
रूस ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
रूस सरकार ने अमेरिका के इस फैसले के प्रति कड़ी नाराजगी जताते हुए अपने बयान में कहा है कि यह स्वभाविक है कि अमेरिकी निवर्तमान सरकार युद्ध को भड़काना चाहती है। रूस सरकार ने कहा कि ‘राष्ट्रपति पुतिन ने सितंबर में ही साफ कर दिया था कि रूस के खिलाफ मिसाइलों के इस्तेमाल का मतलब रूस और नाटो का युद्ध होगा। यूक्रेन के लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल का मतलब होगा कि अमेरिका इस युद्ध में सीधे तौर पर शामिल हो गया है। इसके बाद हम भी जरूरी और कड़े कदम उठाएंगे।’ उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की मंजूरी ऐसे समय दी है, जब रूस द्वारा उत्तर कोरियाई सैनिकों को यूक्रेन के मोर्चे पर तैनात करने की खबरें सामने आई हैं।