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छत्तीसगढ़

बच्चों में संगीत एवं कला का हुनर निखारने के लिए निशुल्क शिविर

बच्चों में संगीत एवं कला का हुनर निखारने के लिए निशुल्क शिविर

जशपुरनगर। जिला मुख्यालय में संचालित स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय जशपुर में जिला प्रशासन के द्वारा बच्चों में संगीत एवं कला का हुनर निखारने के लिए निशुल्क शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिला प्रशासन व कलेक्टर डॉ रवि मित्तल की इस अभिनव पहल को जिले वासियों ने भी प्रशंसा की, जिले के आम जनों का मानना है कि मानवीय मूल्यों के संवर्धन में इस प्रकार के कार्यक्रम अहम भूमिका निभाते हैं।

शिविर में उपस्थित होने वाले बच्चों को गायन,वादन के साथ साथ नृत्य आदि विधा सिखाई जा रही है।गर्मियों की छुट्टी में बच्चों के अंदर छुपी कलात्मक कौशल को निखारने के लिए जिला प्रशासन की एक सराहनीय पहल है।विदित हो कि प्रत्येक वर्ष समर कैंप लगाकर बच्चों को विभिन्न कैशलों का प्रशिक्षण दिया जाता रहा है,परन्तु इस वर्ष गर्मी की अधिकता को देखते हुए समर कैंप के स्थान पर यह विकल्प बच्चों को रास आ रहा है। खैरागढ़ से आए संगीत एवं कला के कलाकारों ने हारमोनियम,तबला गिटार,ढोलक एवं स्थानीय वाद्ययंत्र मांदर आदि बाद्य यंत्रों को बड़े ही रोचक तरीके सीखा रहे हैं।

शिविर में आने वाले बच्चों ने बताया कि उन्हें संगीत के साथ साथ रंगोली, चित्रकला, नाटक, अभिनय आदि मानवीय कलाओं में दक्ष किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार भटनागर के साथ परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा नरेंद्र सिन्हा के द्वारा समय समय पर उपस्थित होकर शिविर में संचालित होने वाली सभी गतिविधियों का निरीक्षण करके आवश्यक सुविधा सुविधा प्रदाय किया गया। शिविर समन्वयक श्री नरेंद्र सिन्हा ने अवगत कराया कि जिले के सभी १० पी एम श्री विद्यालयों में इस वर्ष खेल ,कला,संगीत आदि कैशलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं जिसका समुचित लाभ अध्ययनरत बच्चों को मिल रहा है। हम आशा करते हैं कि इस प्रकार का प्रयास वर्षभर जिला प्रशासन के द्वारा किया जाएगा जिससे स्थानीय प्रतिभा को निखारकर उन्हें मंच दिया जा सके।

 

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