National news: पीएम मोदी ने कहा-10 साल में बजा है विकास का डमरू
National news: पीएम मोदी ने कहा-10 साल में बजा है विकास का डमरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी में जो कुछ भी हो रहा है हम सब उसके निमित्त मात्र हैं। यहां करने वाले केवल महादेव और उनके गण हैं। उन्होंने भोजपुरी में कहा, ‘जहां महादेव क कृपा हो जाला उ धरती अइसे ही समृद्ध हो जाला।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय महादेव खूब प्रसन्न हैं, इसलिए महादेव के आशीष के साथ 10 साल में काशी में चारों ओर विकास का डमरू बजा है। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज एक बार फिर काशी के लिए करोड़ों रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होने जा रहा है। शिवरात्रि और रंगभरी एकादशी से पहले काशी में आज विकास का उत्सव मनने जा रहा है। ये बातें पीएम मोदी ने शुक्रवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन समागार में आयोजित सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
भारत की प्रतिष्ठा में संस्कृत की बड़ी भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख अभिव्यक्ति। भारत एक यात्रा है तो संस्कृत उस इतिहास यात्रा का प्रमुख अध्याय है। भारत विविधता में एकता की भूमि है तो संस्कृत उसका प्रमुख उर्वरक है। हमारे यहां कहा गया है कि ‘भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा’, अर्थात भारत की प्रतिष्ठा में संस्कृत की बड़ी भूमिका है। एक समय हमारे देश में संस्कृत ही वैज्ञानिक शोध, शास्त्रीय बोध, गणित और चिकित्साविज्ञान की भाषा होती थी। साथ ही संगीत और साहित्य के विविध कलाओं की विधाएं भी संस्कृत से ही पैदा हुई हैं। इन्हीं विधाओं से भारत को पहचान मिली है। जिन वेदों का पाठ काशी में होता है वही वेद पाठ कांची (तमिलनाडु) में भी सुनाई देता है। ये वेद ही भारत का शाश्वत स्वर हैं, जिन्होंने हजारों वर्ष से भारत को राष्ट्र के रूप में एक बनाए रखा है।
देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे युवा
पीएम मोदी ने कहा कि महामना के इस प्रांगण में सभी विद्वानों खासकर युवा विद्वानों के बीच आकर ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाने जैसा अनुभव हो रहा है। काशी समय से भी प्राचीन कही जाती है। इसकी पहचान को हमारी आधुनिक युवा पीढ़ी इतनी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है, ये दृश्य हृदय में संतोष भर देता है और ये विश्वास दिलाता है कि अमृत काल में आप सब देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।