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छत्तीसगढ़

राजस्व अमला दिल्ली एवं चंडीगढ़ नगर निगम की अध्ययन यात्रा से वापस लौटा

राजस्व अमला दिल्ली एवं चंडीगढ़ नगर निगम की अध्ययन यात्रा से वापस लौटा

रायपुर। नगर पालिक निगम रायपुर के राजस्व विभाग के अमले के 93 कर्मचारीगण नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा के आदेषानुसार नगर निगम उपायुक्त राजस्व डाॅ. आर.के. डोंगरे के नेतृत्व में दिल्ली और चंडीगढ़ नगर निगम में राजस्व कर संग्रहण एवं वसूली प्रणाली सहित कचरा प्रबंधन की व्यवस्था का अध्ययन करके अध्ययन यात्रा से वापस राजधानी शहर रायपुर लौट आए ।
नगर निगम उपायुक्त राजस्व डाॅ. आर.के. डोंगरे , राजस्व अधिकारी बलदाऊ वर्मा, विवेकानंद दुबे, सहायक राजस्व अधिकारीगणों, आई.टी. विषेषज्ञगणों, राजस्व निरीक्षकों, सहायक राजस्व निरीक्षकों के 93 सदस्यीय दल ने रायपुर वापस लौटकर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा एवं अपर आयुक्त राजस्व श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता से मिलकर उन्हें दिल्ली और चंडीगढ़ नगर निगम की अध्ययन यात्रा की रिपोर्ट दी । अध्ययन दल ने दिल्ली और चंडीगढ़ नगर निगम की राजस्व कर वसूली प्रणाली के अध्ययन सहित महानगरों में डोर टू डोर कचरा कलेक्षन प्रबंधन व्यवस्था देखी एवं घरों में रहवासियों से और होटल व्यवसायियों से इस संबंध में चर्चा कर अध्ययन यात्रा में जानकारी ली । उपायुक्त राजस्व ने दिल्ली और चंडीगढ़ नगर निगम की अध्ययन यात्रा के दौरान वहां की जा रही बेहत्तर व्यवस्था के संबंध में आयुक्त को जानकारी देकर रायपुर शहर की परिस्थितियों के अनुरूप वहां की बेहत्तर प्रणाली को लागू किये जाने के संदर्भ में चर्चा एवं विमर्ष किया ।
लौटने के बाद आज राजस्व की टीम ने विस्तृत पे्रजेंटेषन के माध्यम से नगर निगम आयुक्त एवं राजस्व के अपर आयुक्त के समक्ष जानकारी साझा की । प्रेजेंटेषन की प्रस्तुति के दौरान उपायुक्त राजस्व ने चंडीगढ़ में चल रहे बेहत्तर कामों, जिनकों नगर निगम रायपुर में भी अपनाया जाना चाहिए, उनका विवरण देते हुए बताया कि चंडीगढ में राजस्व वसूली के प्रचार प्रसार हेतु अतिरिक्त बजट का प्रावधान है, जिसके माध्यम से टैक्स के भुगतान की प्रक्रिया से लोगो को अवगत कराना छुट तथा दण्ड के प्रावधानों को लोगो तक पहुंचाने हेतु रेडियो एफ एम और न्यूज के माध्यम से जनसूचना देना आदि व्यापक स्तर पर किया जाता है, साथ ही चंडीगढ में वर्ष में लगभग 1 लाख बकायादारों को पोस्ट के माध्यम से डिमांड नोटिस भेजा जाता है। इन सब कारणों से टैक्स पेयर जागरूक होता है और वसूली टारगेट अनुरूप रहती है।
इसी तारतम्य में आज बैठक में राजस्व की टीम को प्रतिदिन अपने वार्डो में रोज नये 5 भवनों में जाकर टैक्स पेयर से मिलने का आदेष जारी किया गया । साथ ही अगले 5 दिनों में प्रत्येक वार्ड का डिमांड बिल प्रिंट कर राजस्व कर्मचारियों को दिया जावेगा । जिससे राजस्व कर्मचारी को वार्ड में भ्रमण करने पर प्रत्येक घर की जानकारी रहे और यदि जरूरत हो तो मौके पर ही डिमांड देकर पाॅष मषीन के माध्यम से वसूली कर सके। साथ ही आज की बैठक उपरांत सभी राजस्व विभाग को वसूली की समीक्षा हेतु एक नया फार्मेट तैयार कर दिया गया है जिसके आधार पर प्रत्येक सोमवार को समीक्षा की जायेगी।

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