जालौन । जालौन के मुख्यालय उरई के कलेक्ट्रेट परिसर में बने वन स्टाप सेंटर में बाल विवाह से रेस्क्यू करके लाई गई नाबालिग के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इस मामले में एक महिला आरक्षी पर पिटाई का आराेप लगा है। शुरूआत पूछताछ में बेड पर लेटने को लेकर महिला आरक्षी द्वारा मारपीट की बात प्रकाश में आया है। पूरे मामले की आलाधिकारी जांच करा रहे हैं।
बता दें कि सरकार के द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर में दुष्कर्म, घरेलू हिंसा या अन्य मामलों में पीड़ित महिलाओं के मेडिकल परीक्षण से लेकर उपचार तक की जिम्मेदारी हाेती है।इस दाैरान पीड़िताें काे वहां पर ठहराया भी जाता है। बुधवार की रात में उरई के कलेक्ट्रेट परिसर में बने वन स्टाप सेंटर केंद्र पर तैनात एक महिला सिपाही ने वहां आई एक
नाबालिग से सोने के लिए बेड खाली करने के लिए कहा। इस बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। आरोप है कि इस पर महिला सिपाही ने नाबालिक के साथ मारपीट कर दी। इस मामले की शिकायत प्रोबेशन अधिकारी डा. अमरेंद्र कुमार से की गई। उन्होंने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि मामला रात का है इसलिए उस समय ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से जानकारी की जा रही है। इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पता चला है कि कोतवाली की महिला आरक्षी रिया दीक्षित ड्यूटी पर थी। जिसने मारपीट की है। इस मामले को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
प्रकरण में उरई थाना प्रभारी अजय ब्रम्ह तिवारी ने बताया कि महिला आरक्षी सुरक्षा को लेकर वन स्टाप सेंटर में तैनात थी। उसने मारपीट नहीं की है। वहीं महिला आरक्षी रिया दीक्षित का कहना है कि किशोरी तेज बात कर रही थी। उसे शांत रहने को कह कर डांट दिया था, मारपीट का आरोप गलत है।