छत्तीसगढ़

Cg news : लेजिस्लेटिव थियेटर पर नाटक ‘‘परदेसी क्यों’’ का मंचन

Cg news : लेजिस्लेटिव थियेटर पर नाटक ‘‘परदेसी क्यों’’ का मंचन

राजनांदगांव। विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर जन संस्कृति कोलकाता और सृजन सामाजिक संस्था राजनांदगांव द्वारा लेजिस्लेटिव थियेटर विषय पर स्थानीय लायंस क्लब भवन में राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें पलायन के मुद्दे पर नाटक ‘‘परदेसी क्यों..?’’ का मंचन किया गया।

वरिष्ठ रंगकर्मी एवं सृजन सामाजिक संस्था के संचालक शरद श्रीवास्तव ने बताया कि नगर में पहली बार लेजिस्लेटिव (विधायी) थियेटर का प्रदर्शन किया गया। कोलकाता की जन संस्कृति संस्था के नाट्यदल द्वारा नाटक मंचन के पश्चात् दर्शकों से पलायन संबंधी विषय पर गंभीर विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में कोलकाता से आए नाट्य निर्देशक डाॅ. संजय गांगुली, आनंद वर्गिस, आलोक शर्मा, नीरज बाजपेयी, सुदेश यादव और दिलीप खंडेलवाल उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विपिन ठाकुर ने किया।
नाटक परदेशी क्यों पलायन पर आधारित था। नाटक के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया कि किन परिस्थितियों में भारी संख्या में लोग रोजी रोटी के लिए परिवार सहित पलायन कर जाते हैं और उसके बाद उन्हें किन किन मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। दर्शक के रूप में कार्यक्रम में अधिवक्तागण, पैरालीगल वालंटियर, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद् एंव बुद्धिजीवि वर्ग उपस्थित थे। नाटक के मंचन के पश्चात दर्शकों से सुझाव, सलाह और विषयवस्तु आधारित विचार विमर्श किया गया, जिसमें सभी दर्शकों ने सक्रिय रूप से बढ़-चढ़कर भाग लिया। कोलकाता से आये जन संस्कृति के आर्टिस्टिक डायरेक्टर डाॅ. संजय गांगुली ने दर्शकों से कहा कि लेजिस्लेटिव थियेटर केवल मंच तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह मंच के सामने बैठे दर्शकों की अंतिम पंक्ति तक पहंुच रखता है, जिसमें मंच पर अभिनय करने वाले कलाकारों सहित दर्शकों की भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भूमिका रहती है।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से सत्यरंजन पाॅल, अयाॅन जोरदार, शंकर मित्रा, राकेश ठाकुर, गजेन्द्र बक्शी, योगेन्द्र प्रताप, विजय मानिकपुरी, रितेश देवांगन, पंकज सोलंकी, ललित मानकर एवं दीपिका दवे उपस्थित थे।

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