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छत्तीसगढ़

यूरिक एसिड कैसे नियंत्रित किया जा सकता है: डॉ सारिका श्रीवास्तव

प्युरिन एक प्रकार का नाइट्रोजन युक्त पदार्थ है, जो भोजन के द्वारा या शरीर मे स्वत बन जाता है, जब इसका अवशोषन एवम विखंडन होता है, तो यूरिक एसिड नामक अपशिष्ट पदार्थ बनता है , जो की किडनी द्वारा शरीर से बाहर कर दिया जाता है, जब इसकी मात्रा ज्यादा बनने लगती यह शरीर में एक गंदगी की तरह जमा हो जाता है. शरीर के खून में अगर इसकी की मात्रा बढ़ जाए तो उससे जोड़ों की दिक्कत, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी खतरनाक बीमारियां भी देखी जाती हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि यूरिक एसिड शरीर में क्रिस्टल का रूप ले लेता है और धीरे धीरे जोड़ों के आसपास जमा होने लगता है यूरिक एसिड बड़ने का प्रमुख कारण किडनी का सुचारु कार्य नही करना प्युरिन युक्त भोजन करना ,शराब का सेवन करना , मोटापा, कमजोर रोग रोधन तंत्र, सोरायसिस, जेनेटिक इत्यादि होते है।
यूरिक की रक्त मे सामान्य मात्रा ३.५ से ७.२ mg/ dl होती है। जब बढ़ जाए तो जोड़ो मे दर्द सूजन जोड़ो के आसपास की त्वचा का लाल हो जाना , जी मचलना ,उल्टी लगना पीठ के निचले हिस्से मे दर्द होना ,पेशाब मे नियंत्रण ना होना, पैसाब मे रक्त आना इत्यदि लक्षण देखे जा सकते है। खानपान मे नियंत्रण करके बढे हुए यूरिक को कम किया जा सकता है। आहार से लाल मटन , ओट्स ,दाल , मशरूम, पालक , बिंस , मीठा ,सेंम, बीन्स सोयाबीन ,सी फूड शराब का सेवन बन्द कर देना चाहिए।

जब यूरिक एसिड बढे तो ज्यादा पानी पीना चाहिए, निम्बू पानी ,संतरा का रस ,सेब का सिरका ये यूरिक एसिड को कम करने मे मददगार होता है, शोध से पता चला है की कम वसा युक्त दूध, दही , अदरक ,हलदी रेशे युक्त आहार, सफेद चावल , चेरी, सेब नाशपाती, स्ट्रॉबेरी ,जामुन ,खीरा, प्याज,गाजर, लहसून को कम करने मे मददगार होते है। दाल से यूरिक एसिड कम करने के लिए बनाने के पहले भीगा कर रखे बन जाने पर ऊपर से पानी निकाल ले तो यूरिक एसिड कम हो जाता है ।
बेकिग सौदा भी यूरिक एसिड को कम करने मे मदद करता है।

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