छत्तीसगढ़
नगर निगम कमिश्नर ने कहा- पेयजल संकट क्षेत्रों का पहले ही करें चिन्हांकन
रायपुर। नगर निगम कमिश्नर अबिनाश मिश्रा ने आज अमृत मिशन से संबंद्ध अधिकारियों एवं जोन कमिश्नर की बैठक लेकर ग्रीष्म ऋतु के से पूर्व संपूर्ण शहरी क्षेत्र में पेयजल सुविधा का सूक्ष्मता से समीक्षा कर चाक-चौबंद व्यवस्था तैयार करने के निर्देश दिए है। उन्होंने इस बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देशित किया है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप हर नागरिक तक बुनियादी सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित की जानी है एवं इस संबंध में नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव के मार्गदर्शन में व्यापक दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन निर्देशों का शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाएं, जिससे कि आम नागरिकों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त हो सकंे। उन्होंने शासन स्तर पर लाभांडी एवं फुंडहर पानी टंकी से जलापूर्ति वितरण व राइजिंग कार्य हेतु शासन स्तर पर लंबित प्रस्ताव की स्वीकृति हेतु त्वरित पत्राचार हेतु निर्देशित किया है। लाभांडी में बन रहे 25 लाख लीटर व फुंडहर में 20 लाख लीटर जल क्षमता के पानी टंकियों का काम भी तय समय सीमा में पूरा करने हेतु बैठक में उन्होंने निर्देशित किया है। बैठक में अपर आयुक्त विनोद पांडेय, सभी जोन कमिश्नर, अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा सभी कार्यपालन अभियंता एवं सहायक अभियंता उपस्थित थे।
नगर निगम मुख्यालय, गांधी सदन के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कमिश्नर मिश्रा ने पेयजल आपूर्ति योजना के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने चंदनीडीह में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कार्य के साथ ही पाइप लाइन बिछाने नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से संपर्क कर पाइप लाइन बिछाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है तथा उक्त कार्य 3 माह के भीतर पूरे करें। इसी तरह समता कॉलोनी, चौबे कॉलोनी, संजय नगर, न्यू शांति नगर में पेयजल आपूर्ति हेतु निर्माणाधीन कार्यों को फरवरी माह के अंत तक पूरा करने के लिए कहा है। उन्होंने जोन कमिश्नरों को निर्देशित किया है कि ऐसे क्षेत्रों का चिन्हांकन करें, जहां ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की आपूर्ति में हमेशा समस्या उत्पन्न होती है और टैंकरों की व्यवस्था कर पानी उपलब्ध कराना होता है। उन्होंने कहा है कि ऐसे क्षेत्रों को सबसे पहले चिन्हित कर पेयजल आपूर्ति में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करें और सभी क्षेत्रों में पर्याप्त जलापूर्ति हो यह भी सुनिश्चित करें।