विज्ञान के विद्यार्थियों से भारत के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेने और भारत को विश्व गुरु बनाने का आग्रह
रायपुर । कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने विज्ञान संकाय के नव प्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उन्हें प्राचीन भारतीय ग्रंथों रामायण, महाभारत और शिवपुराण की कहानियां सुनाईं, जो इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन, अंग प्रत्यारोपण और अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों जैसी आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों से मेल खाती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से भारत के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेने, प्राचीन ज्ञान की पुनः खोज करने तथा भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का आग्रह किया।
विश्वविद्यालय ने विज्ञान, कला और मानविकी विभाग, बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बैचलर ऑफ लॉ (बीबीएएलबी), और बैचलर ऑफ आर्ट्स और बैचलर ऑफ लॉ (बीएएलएलबी) में नामांकित छात्रों का स्वागत किया, जो छात्र कल्याण विभाग के डीन (डीएसडब्ल्यू) द्वारा आयोजित चल रहे इंडक्शन प्रोग्राम फर्स्ट स्टेप 2024 का हिस्सा है। प्रवेश कार्यक्रम विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर गर्मजोशी से भरे पारंपरिक स्वागत के साथ शुरू हुआ, जहां नए छात्रों का पारंपरिक ढोल और तिलक समारोह की लय के साथ स्वागत किया गया। एक वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से छात्रों को कलिंगा विश्वविद्यालय, उसके इतिहास और उसकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई। दिन की शुरुआत करने के लिए वार्म-अप सत्र के दौरान ‘गेस द साउंड’ नामक एक मजेदार खेल खेला गया। कार्यक्रम में सभी गणमान्य व्यक्तियों का परिचय कराया गया तथा उन्हें पौधे भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. आर. जयकुमार, छात्र कल्याण विभाग की प्रभारी डीन लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, मार्केटिंग एवं प्रवेश निदेशक अभिषेक शर्मा तथा मार्केटिंग प्रबंधक जे. विशाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला ने कार्यक्रम को और भी अधिक रोचक बना दिया। स्वागत नृत्य, समूह नृत्य, विश्वविद्यालय ज्ञान गतिविधियों पर प्रश्नोत्तरी, बैंड प्रदर्शन, पेपर ड्रेस-मेकिंग प्रतियोगिता, जिसमें छात्रों ने अभिनव पेपर आउटफिट डिजाइन करके अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया, कुछ ऐसे कार्यक्रम थे जिन्होंने कार्यक्रम को और अधिक रोमांचक बना दिया। विजेताओं को प्रभारी डीन छात्र कल्याण लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, और कलिंगा विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर मेघा चतुर्वेदी एवं लिप्सा दाश द्वारा उपहार प्रदान किए गए।
कैरियर और कॉर्पोरेट संसाधन केंद्र (सीसीआरसी) सत्र, सीसीआरसी के प्रबंधक सौरभ बनवार के नेतृत्व में, छात्रों को कैरियर मार्गदर्शन पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की गई। भोजनोपरांत सत्र में शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता डॉ. राहुल मिश्रा ने छात्र आचार संहिता और शैक्षणिक दिशा-निर्देशों पर एक जानकारीपूर्ण सत्र प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन बी.कॉम तृतीय वर्ष की छात्रा अलीशा यादव और बी.कॉम बैंकिंग एवं फाइनेंस तृतीय सेमेस्टर के छात्र सजल ने कुशलतापूर्वक किया। कार्यक्रम का समापन लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए, विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जिसे वर्ष 2022, 2023 और 2024 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल किया गया है। जिम्मेदार वैश्विक नागरिक विकसित करने के लिए वैश्विक मानदंडों के अनुसार छात्रों में नवाचार को विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है। हिन्दुस्थान समाचार