मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जायेंगे… राम आयेंगे बिखरा उल्लास
रायपुर। श्री अनिरुद्धाचार्य महाराजश्री की अवधपुरी मैदान गुढिय़ारी में स्व. सत्यनारायण बाजारी (मन्नू भाई) की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस महाराजश्री द्वारा प्रभु श्री गौरी-गोपाल जी को पुष्प माला अर्पित कर आरती से आरंभ की गई. कथा के पूर्व एलईडी स्क्रीन पर अयोध्याधाम में प्रभु श्रीरामचन्द्र जी के ऐतिहासिक प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई थी. महाराजश्री पीठ पर विराजित हो देश के सबसे चर्चित भजन- मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जायेंगे… राम आयेंगे …! सुमधुर संगीतमय भजन की प्रस्तुति से उपस्थित लाखों दर्शक नाचते-झूमते रहे।
माया क्या है? एक बार ब्रह्मा जी को प्यास लगी. उन्होंने नारद जी को पानी लाने कहा. दूर-2 तक पानी नहीं था. एक गांव में युवतियों के झुण्ड में नारद की सबसे सुंदर युवती से आँखें मिल गई. वो राजा की पुत्री निकली. राजा की सहमति से विवाह भी हो गया. पुत्र, पुत्री हुए. परिस्थितिवश नारद जी ही राजा बन गये. फिर एक अन्य राजा से युद्ध हुआ. नारद जी की सेना हार गई. नारद जी को सपरिवार भागना पड़ा. रास्ते में नदी पड़ी. नाव में सवार हो नदी पार करते हुए उनका परिवार डूबकर मर गया, नारद जी बच गये. वे बहुत दुखी हुए. तभी ब्रह्मा जी पहुंचे, बोले- नारद! मैंने तुम्हें एक घंटा पूर्व पानी लाने भेजा था और तुम यहां उदास बैठे हो. नारद जी ने कहा- प्रभु! 1 घंटा पूर्व? तो वो जो मेरी पत्नी, बच्चे थे वे? ब्रह्मा जी मुस्कुराय बोले-यही माया है. संसार में रहना बुरा नहीं है, माया में उलझे रहना बुरा है. कभी-2 रस्सी में साँप दिखता है, पर होता नहीं है. बेटा, बेटी, परिवार जिसे हम अपना कहते हैं दरअसल वे सब परमात्मा की संतानें हैं. प्रभु किस ओर देखते हैं? इसे भी महाराजश्री ने कहानी के माध्यम से समझाया कि ईश्वर अपने होने का अनुभव कराते हैं.
आज भारत वर्ष का ऐतिहासिक दिन है क्योंकि अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्रभु श्रीराम विजाजित हुए हैं. महाराजश्री ने श्रीराम मंदिर के इतिहास, मुगल शासकों द्वारा तोडफ़ोड़, लाखों हिन्दुओं के मारे जाने. हिन्दू शासकों के मारे जाने को विस्तार से बताया. उन्होंने श्रीराम मंदिर के निर्माण में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा देश को जाति के नाम पर बांटने वालों से सावधान रहने को कहा.
आज मिथिला नगरिया निहाल सखियाँ…!
चारों दुल्हा बड़का कमाल सखियाँ…!
जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है…!
अभी हमने जी भरके देखा नहीं है…!!
कथा के मध्य इन संगीतमयी भजनों ने कथा प्रेमियों का दिल जीत लिया.
कथा में पूर्व मंत्री एवम् विधायक राजेश मूणत विशेष रुप से उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने ओमप्रकाश पप्पू मिश्रा, ओमप्रकाश बाजारी, विकास सेठिया, दीपक अग्रवाल, ओमकार बैस, नितिन कुमार झा, वीरेन्द्र पारख, अभिषेक अग्रवाल, सौरभ मिश्रा, रीतेश राठौर सहित सैकड़ों पदाधिकारी एवम् कार्यकर्तागण सक्रिय रहे. उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी नितिन कुमार झा ने दी।