सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोन्टा क्षेत्र स्थित भेज्जी इलाके में आज सुबह नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में 10 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। सुरक्षा बलों ने मौके से तीन ऑटोमैटिक राइफलों सहित कई अन्य हथियार भी बरामद किए हैं।
सूत्राें से प्राप्त जानकारी के अनुसार, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) की एक टीम नक्सलियों की घेराबंदी करने के लिए क्षेत्र में भेजी गई थी। यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब जवानों ने नक्सलियों को देखा और दोनों के बीच फायरिंग शुरू हो गई।
ओडिशा के रास्ते नक्सलियों के छत्तीसगढ़ में घुसने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके में नाकाबंदी और तलाशी अभियान चलाया था। यह सफलता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार की नक्सलवाद के खिलाफ की जा रही ज़ीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बस्तर क्षेत्र में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “बस्तर में शांति, विकास और प्रगति का दौर लौट चुका है और हम आगे भी इस दिशा में ठोस कदम उठाते रहेंगे।”
मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए बधाई दी और कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया निश्चित है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह केद्वारा मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के सफ़ाये के लक्ष्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार सुनियोजित तरीके से काम कर रही है।