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मेटाबॉलिक सिंड्रोम के रिस्क को बढ़ा सकते हैं ये 5 फैक्टर्स

मेटाबॉलिक सिंड्रोम के रिस्क को बढ़ा सकते हैं ये 5 फैक्टर्स

मेटाबॉलिक सिंड्रोम एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिस पर ध्यान न देने पर जिसमें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मोटापा, पीसीओडी और हार्ट की प्रॉब्लम आदि। इनमें से किसी एक हेल्थ कंडीशन के होने का मतलब ये नहीं है कि आपको मेटाबॉलिक सिंड्रोम है, लेकिन इसका मतलब ये जरूर हो सकता है कि आपको गंभीर बीमारी होने की संभावना है।मोटापा इसके होने का पहला फैक्टर है।

मेटाबोलिक सिंड्रोम का कारण बनने वाली कंडीशन को अपने स्वस्थ जीवनशैली में किए गए बदलावों से कंट्रोल किया जा सकता है। इसे किसी गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स में बदलने से भी रोका जा सकता है। मेटाबोलिक सिंड्रोम को इंसुलिन रेजिस्टेंस सिंड्रोम और डिस मेटाबोलिक सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन यहां और भी कुछ फैक्टर्स हैं जो मेटाबॉलिक सिंड्रोम के रिस्क को बढ़ा सकते हैं।

जानिए यहांः
मेटाबोलिक सिंड्रोम के लक्षण
मेटाबोलिक सिंड्रोम से जुड़े ज्यादातर लक्षण स्पष्ट रूप से नजर नहीं आते हैं। लेकिन इसका सबसे मुख्य लक्षण जो देखा जा सकता है, वो है कमर पर अधिक मात्रा में फैट का जमा होना और हाई डायबिटीज का शिकार होना। इसके शिकार मरीजों को अधिक प्यास, थकान और तनाव महसूस होता है। अगर मेटाबॉलिक सिंड्रोम का कोई एक फैक्टर भी दिखाई देता है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

मेटाबोलिक सिंड्रोम के रिस्क को बढ़ाने वाले फैक्टर्स
मेटाबॉलिक सिंड्रोम के रिस्क को बढ़ाने वाले कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैंः
मोटापा मेटाबॉलिक सिंड्रोम और वजर से काफी गहरा संबंध है। ओवरवेट, ओबेसिटी और एक्टिव ना रहने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए वजन को घटाने से आप इंसुलिन रेजिस्टेंस और ब्लड प्रेशर के खतरे को कम कर सकते हैं, जिससे डायबिटीज का रिस्क भी कम हो जाता है।

हेल्दी डाइट की कमी
हेल्दी डाइट की कमी भी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है। इससे बचाव के लिए आप अपनी डाइट में सब्जियां, फल, हाई फाइबर, प्रोटीन और साबुत अनाज शामिल करें। इसके साथ ही आपको शुगर, मीठे ड्रिंक्स, अल्कोहल, तेज नमक और फैटी चीजों को खाना बंद करना होगा।

एक्सरसाइज की कमी
हेल्थ एक्सपर्ट रोजाना वॉक और एक्सरसाइज की सलाह देते है। एक्सरसाइज आपको इसके अलावा और भी कई गंभीर बीमारियों से बचाता है। आप अपनी धीरे-धीरे फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाएं।

स्मोकिंग बंद कर दें
सिगरेट का सेवन बंद करने से आपकी ओवरऑल हेल्थ इम्प्रूव होगी। अगर आप स्मोकिंग की आदत चाहकर भी नहीं छोड़ पा रहे, तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।

तनाव से दूर रहें
अत्यधिक तनाव भी मेटाबोलिक सिंड्रोम का मुख्य कारण हो सकता है। इससे बचाव के लिए फिजिकल एक्टिविटी, मेडिटेशन, योग आदि से आप अपने तनाव को कम कर सकते हैं।

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