
शतरंज के मैदान में धूम: अरोनियन का जलवा और गुकेश का संघर्ष!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गुकेश की तूफानी शुरुआत, फिर थोड़ी धीमी पड़ी रफ्तार!-सेंट लुइस रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज टूर्नामेंट के आखिरी दिन भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने वाकई कमाल कर दिया। शुरुआत में तो उन्होंने सबको चौंका दिया, पहले चार मुकाबलों में ही 3.5 अंक बटोर लिए। लेवोन अरोनियन के खिलाफ पहला मैच ड्रॉ रहा, लेकिन इसके बाद उन्होंने अमेरिका के शैंकलैंड, वेस्ली सो और उज्बेकिस्तान के नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव को करारी शिकस्त दी। ऐसा लग रहा था कि गुकेश अब सबको पछाड़ देंगे, पर अफसोस, आखिरी के पांच खेलों में उनकी लय थोड़ी टूट गई। तीन ड्रॉ और दो हार के साथ, उन्होंने कुल 18 अंकों पर अपना सफर समाप्त किया। यह दिखाता है कि युवा गुकेश में कितना दम है, बस थोड़ी और निरंतरता की जरूरत है।
लेवोन अरोनियन की बादशाहत, लगातार दूसरी बार चैंपियन!-इस पूरे टूर्नामेंट में लेवोन अरोनियन का दबदबा साफ देखने को मिला। उन्होंने शुरू से ही बढ़त बनाई और आखिर में दो राउंड बाकी रहते ही यह खिताब अपने नाम कर लिया। कुल 24.5 अंकों के साथ, उन्होंने यह जीत बड़ी आसानी से हासिल की। यह उनकी काबिलियत का प्रमाण है। अमेरिका के फबियानो करूआना 21.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि फ्रांस के मैक्सिम वाचियर-लाग्रेव 21 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहे। अब्दुसत्तोरोव चौथे और वेस्ली सो पांचवें स्थान पर रहे। यह साफ है कि अरोनियन इस समय शतरंज की दुनिया में एक मजबूत खिलाड़ी के तौर पर उभरे हैं।
लगातार दूसरी बड़ी जीत: अरोनियन का स्वर्णिम सफर!-42 वर्षीय लेवोन अरोनियन के लिए यह किसी सपने से कम नहीं था, क्योंकि यह उनकी लगातार दूसरी बड़ी जीत थी। इससे पहले उन्होंने लास वेगास में फ्रीस्टाइल ग्रैंड स्लैम भी जीता था। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें 40,000 अमेरिकी डॉलर का बड़ा इनाम मिला, जबकि पूरे टूर्नामेंट का प्राइज पूल 1,75,000 डॉलर था। यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शतरंज की दुनिया में उनकी बढ़ती धाक को भी दर्शाती है।
अगली चुनौती: सिंक्वेफील्ड कप और प्रज्ञानानंद से मुकाबला!-गुकेश अब ज्यादा आराम नहीं करेंगे। बस दो दिन बाद ही एक और बड़ा टूर्नामेंट, सिंक्वेफील्ड कप शुरू होने वाला है, जिसकी तैयारी में वे जुट गए हैं। यह ग्रैंड चेस टूर फाइनल्स से ठीक पहले का आखिरी बड़ा आयोजन है। इस बार खास बात यह है कि भारत के एक और उभरते सितारे, आर. प्रज्ञानानंद भी इसमें हिस्सा लेंगे। यह टूर्नामेंट क्लासिकल चेस फॉर्मेट में खेला जाएगा, जो कि गुकेश की असली ताकत मानी जाती है। देखना दिलचस्प होगा कि गुकेश और प्रज्ञानानंद इस बार कैसा प्रदर्शन करते हैं।

