
करतारपुर साहिब में आई बाढ़: गुरुद्वारे में घुसा पानी, सेवादारों को नाव से निकाला!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गुरुद्वारे में जल प्रलय का मंजर-पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित पवित्र करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई कि सब हैरान रह गए। सोचिए, जहाँ शांति और श्रद्धा का माहौल रहता है, वहाँ पानी का सैलाब गुरुद्वारे के अंदर करीब 6 फीट तक भर गया। हालात इतने बिगड़ गए कि वहां मौजूद सेवादारों और ग्रंथी सिंहों को नावों के सहारे बाहर निकालना पड़ा। सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उन्हें देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना भयानक मंजर रहा होगा, जिसने श्रद्धालुओं के दिलों को झकझोर कर रख दिया।
सरकार और सेना का राहत कार्य जारी-इस मुश्किल घड़ी में पंजाब सरकार और सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और पंजाब के मंत्री रमेश सिंह अरोड़ा ने बताया कि स्थिति को काबू में करने के लिए तुरंत कदम उठाए गए। मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने खुद हवाई दौरा करके हालात का जायजा लिया और सेना को बचाव और राहत कार्यों में झोंक दिया। पाकिस्तानी सैनिक दिन-रात पानी निकालने में जुटे हुए हैं। अधिकारियों का भरोसा है कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा और गुरुद्वारे में फिर से सेवा-सिमरन शुरू हो सकेगा।
भक्तों की आस्था पर असर, सेवाएं रुकीं-बाढ़ के कारण गुरुद्वारे में पिछले दो दिनों से सभी धार्मिक कार्यक्रम पूरी तरह से बंद हैं। सुबह की अरदास, अमृत वेला के दीवान और शाम के कीर्तन-भजन सब थम गए हैं। रमेश सिंह अरोड़ा ने भक्तों को भरोसा दिलाया है कि जैसे ही पानी निकाला जाएगा, गुरुद्वारे में सेवा फिर से शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही पवित्र ज्योत फिर से जलाई जाएगी और गुरुद्वारे को पहले की तरह सामान्य स्थिति में लाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, ताकि श्रद्धालु फिर से दर्शन कर सकें।
करतारपुर कॉरिडोर खोलने की भारत से अपील-इस बीच, रमेश सिंह अरोड़ा ने भारत सरकार से एक खास अपील की है। उन्होंने कहा है कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोला जाए। उनका कहना है कि बहुत लंबे समय से श्रद्धालु दर्शन के लिए नहीं आ पा रहे हैं, और बाढ़ के बाद तो यह और भी ज़रूरी हो गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान को 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से हालात और खराब हुए। इस पूरी घटना पर पाकिस्तान की मीडिया और आम लोग सिख समुदाय के प्रति गहरी सहानुभूति जता रहे हैं।

