बीजापुर । बीजापुर के माता रुक्मिणी धनोरा बालिका आश्रम में विषाक्त भोजन के कारण एक छात्रा शिवानी तेलम की बीती देर रात मौत हो गई। अब भी 27 बच्चे बीमार है, जिसमें से 9 बच्चे बीजापुर जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती बताएं जा रहे है। मृत छात्रा शिवानी तेलम को देर रात मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर किया गया था। बच्ची ने भैरमगढ़ में दम तोड़ दिया । वे मूलतः बीजापुर ब्लॉक के तूमनार की रहने वाली थी।
उल्लेखनीय है कि माता रुक्मिणी धनोरा बालिका आश्रम में शनिवार रात में खाने के दौरान बच्चों को छिपकली वाला भोजन परोसा गया था। जिसको खाने से आश्रम के 35 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे। जानकारी के मुताबिक, रात में बच्चों को जो खाना परोसा गया था उसमें छिपकली गिरी हुई थी। इसके बाद उसी भोजन को बच्चों को परोस दिया गया। जिसे खाने के बाद अचानक बच्चों की तबीयत ख़राब होने लगी। बीजापुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.आर.पुजारी ने बताया कि , हमें शनिवार की देर रात सूचना मिली की भोजन करने के बाद बच्चों को उल्टी-दस्त, बुखार आने लगा। जिसके बाद हमारी टीम आश्रम पहुंची और बच्चों को अस्पताल लाया गया। वहीं आनन-फानन में बच्चों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दाैरान एक छात्रा शिवानी तेलम की साेमवार की देर रात काे माैत हाे गई ।
मामले को लेकर मंडल संयोजक भूपति नक्का ने बताया कि, मेनू के अनुसार अण्डा, चिकन देने का था। लेकिन खाने में खीर और पनीर परोसा गया। मुझे एक महीना हुआ है पद ज्वाइन किए हुए मैं आश्रमों में विजिट कर रहा हूं। फूड पॉइजनिंग बीमारी की बात सामने आ रही है।
परिजनों ने आश्रम अधीक्षिका पर लगाया लापरवाही का आरोप
इस मामले में आश्रम प्रबंधन की लापरवाही नजर आ रही है। मृतक छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आश्रम अधीक्षिका की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है । परिजनों ने यह भी आराेप लगाया कि भोजन में एक्सपायरी डेट के पनीर, दूध के इस्तेमाल किया गया है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की गई है।