
जतिन नचरानी-
रायपुर। टैगोर नगर के क्लिक फॉर क्लैरिटी में AI Ready School द्वारा शिक्षक समुदाय के लिए जनरेटिव एआई (Generative AI) पर एक प्रभावशाली कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में शिक्षकों, मेंटर्स, ट्रेनर्स, कंटेंट क्रिएटर्स और काउंसलर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को जनरेटिव एआई के प्रति जागरूक करना और शिक्षण सामग्री निर्माण में एआई टूल्स के प्रभावी उपयोग की तकनीकों से अवगत कराना था। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।

कार्यशाला की शुरुआत शिक्षण पद्धतियों पर आत्मचिंतन सत्र के साथ हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी वर्तमान शिक्षण रणनीतियों का विश्लेषण किया। इस सत्र ने शिक्षकों को अपनी शिक्षण प्रक्रिया में सुधार की संभावनाओं को समझने का अवसर प्रदान किया। इसके बाद, विशेषज्ञों ने जनरेटिव एआई का विस्तृत परिचय दिया, जिसमें इस तकनीक के शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी प्रभावों पर प्रकाश डाला गया। प्रतिभागियों को बताया गया कि कैसे एआई टूल्स शिक्षण को अधिक रचनात्मक, इंटरएक्टिव और प्रभावशाली बना सकते हैं।
कार्यशाला का एक प्रमुख आकर्षण रहा विभिन्न एआई टूल्स का प्रत्यक्ष अभ्यास। शिक्षकों ने प्रेजेंटेशन, क्विज़, पाठ योजनाएं, कहानी कहने की तकनीक और अन्य शिक्षण सामग्री तैयार करने में इन टूल्स का उपयोग सीखा।
विशेष रूप से, उन्होंने टेक्स्ट, इमेज और ऑडियो सामग्री निर्माण के लिए जनरेटिव एआई के उपयोग को समझा। इन तकनीकों के माध्यम से शिक्षक अपनी कक्षाओं को अधिक रोचक और छात्रों के लिए आकर्षक बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, एआई द्वारा जनरेट किए गए विजुअल्स और ऑडियो का उपयोग करके जटिल अवधारणाओं को सरल और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया जा सकता है।
कार्यशाला में कहानी कहने की कला पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रतिभागियों को दिखाया गया कि कैसे एआई की सहायता से कहानियों को अधिक सजीव और संप्रेषणीय बनाया जा सकता है। एआई द्वारा उत्पन्न विजुअल्स और ऑडियो सामग्री का उपयोग कर शिक्षकों ने सीखा कि कैसे कक्षा में कहानियों के माध्यम से छात्रों का ध्यान आकर्षित किया जा सकता है। इस प्रक्रिया ने शिक्षण को न केवल प्रभावी, बल्कि मनोरंजक भी बनाया।
कार्यशाला के अंत में, प्रतिभागियों को AI Ready Educators Forum से जोड़ा गया। यह एक सामुदायिक मंच है, जो शिक्षकों को सहयोग, विचार-विमर्श और नवीनतम तकनीकी जानकारी साझा करने का अवसर प्रदान करता है। इस मंच के माध्यम से शिक्षक अपने कौशल को और निखार सकते हैं, साथ ही भविष्य में होने वाली ऐसी कार्यशालाओं में भाग लेकर तकनीकी रूप से अपडेट रह सकते हैं। इस मंच का उद्देश्य शिक्षकों को एक सशक्त नेटवर्क प्रदान करना है, जहाँ वे एक-दूसरे से सीख सकें और शिक्षा में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा दे सकें।
इस कार्यशाला ने शिक्षकों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तकनीकी रूप से सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिभागियों ने इसे एक प्रेरणादायक अनुभव बताया और कहा कि जनरेटिव एआई ने उनके शिक्षण के दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदल दिया है।
AI Ready School की यह पहल न केवल शिक्षकों को सशक्त बना रही है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत भी कर रही है। इस तरह की कार्यशालाएं भविष्य में और अधिक शिक्षकों को तकनीक के साथ जोड़ने और शिक्षा को अधिक समावेशी व प्रभावी बनाने में सहायक होंगी।