
राजा भगीरथ की प्रेरणा: राजभवन में खुला ‘भगीरथ उद्यान’, राज्यपाल और सीएम ने किया भव्य अनावरण!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!राजभवन में नई रौनक: भगीरथ उद्यान का शुभारंभ-हाल ही में राजभवन में एक खास कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें हमारे माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मिलकर ‘भगीरथ उद्यान’ का उद्घाटन किया। यह उद्यान अब लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। इस मौके पर, उन्होंने महान राजा भगीरथ की एक शानदार प्रतिमा का भी अनावरण किया, जो लगभग 10 फीट ऊंची है और 8 फीट ऊंचे मजबूत ग्रेनाइट चबूतरे पर स्थापित है। हरिद्वार के प्रतिभाशाली कलाकार शिवम चौरसिया ने इसे फाइबर और रेजिन से बड़ी कुशलता से तैयार किया है।
प्रकृति और शांति का संगम: उद्यान की सुंदरता-यह ‘भगीरथ उद्यान’ सिर्फ एक प्रतिमा का स्थान नहीं है, बल्कि यहाँ तरह-तरह के खूबसूरत पौधे लगाए गए हैं, जो इसे हरियाली और सुकून से भर देते हैं। यहाँ आकर हर किसी को शांति और एक नई प्रेरणा मिलती है। राज्यपाल महोदय ने कहा कि यह प्रतिमा महज़ एक ढांचा नहीं, बल्कि एक जीता-जागता प्रेरणा स्रोत है, जो हमें लोगों की भलाई और नेक इरादों के साथ काम करने का पैगाम देती है।
कर्तव्य और संस्कृति का संदेश: सीएम का उद्गार-मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि यह प्रतिमा राजभवन आने वाले सभी लोगों, चाहे वे आम नागरिक हों या खास मेहमान, उन्हें हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन करने, लोक कल्याण के लिए काम करने और अपनी भारतीय संस्कृति को बनाए रखने की याद दिलाती रहेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ‘भगीरथ प्रयत्न’ यानी अथक और महान प्रयास ही हमें बड़े लक्ष्य हासिल करने में मदद करते हैं। इससे पहले, दोनों नेताओं ने राजभवन में स्थित राजप्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
प्रेरणा का पावन स्थल: लोक कल्याण की सीख-राज्यपाल ने उद्यान के निर्माण में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों की खूब सराहना की। उन्होंने बताया कि इस उद्यान में नक्षत्रों, प्रकृति, मंदिर और पहाड़ों का मेल यह सिखाता है कि जब हमारा मकसद लोगों की भलाई करना हो, तो ईश्वर और प्रकृति स्वयं रास्ता दिखाते हैं। यह उद्यान अब हर आने वाले नागरिक के लिए प्रेरणा और आत्मिक शांति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।

