
चैंपियंस ट्रॉफी 2025: 25 साल का बदला पूरा, भारत ने न्यूजीलैंड को धोया, रोहित की कप्तानी में तीसरा खिताब
भारत की शानदार जीत और 25 साल का बदला पूरा

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर कमाल कर दिखाया। इस जीत ने भारत को सबसे ज्यादा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बना दिया। साथ ही 2000 में कीवियों से फाइनल में मिली हार का हिसाब भी चुकता हो गया। 2013 में धोनी की कप्तानी में आखिरी बार ये खिताब जीता था, और अब रोहित शर्मा ने 12 साल का सूखा खत्म कर दिया। दुबई में हुए इस फाइनल में हमारे स्पिनरों ने गजब की गेंदबाजी की, और रोहित की धमाकेदार पारी ने ट्रॉफी दिला दी। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 251 रन बनाए, जिसे भारत ने 48.5 ओवर में 6 विकेट खोकर पार कर लिया। इस जीत ने भारत को तीसरा खिताब दिलाया और ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ दिया। इस ब्लॉग में हम आपको इस शानदार मैच की हर बात बताएंगे कि कैसे भारत ने कीवियों को मात दी और चैंपियन बना। तो चलिए, इस यादगार जीत की कहानी को करीब से देखते हैं!
न्यूजीलैंड की पारी और स्पिनरों का दम
फाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और 50 ओवर में 7 विकेट पर 251 रन बनाए। शुरुआत ठीक रही—रचिन रवींद्र और विल यंग ने 57 रन की साझेदारी की। लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने विल यंग को 15 रन पर LBW कर इस जोड़ी को तोड़ दिया। फिर कुलदीप यादव ने मोर्चा संभाला। 11वें ओवर में रचिन को 37 रन पर बोल्ड किया और 13वें ओवर में केन विलियमसन को 11 रन पर कैच कर लिया। इसके बाद कीवी टीम के विकेट एक-एक कर गिरते गए। रवींद्र जडेजा ने टॉम लाथम को 14 रन पर LBW किया, और वरुण ने ग्लेन फिलिप्स को 34 रन पर बोल्ड कर दिया। डेरेल मिचेल ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए, और माइकल ब्रेसवेल 53 रन बनाकर नाबाद रहे। कप्तान मिचेल सेंटनर 8 रन पर रन आउट हुए। भारत से वरुण और कुलदीप ने 2-2 विकेट लिए, शमी और जडेजा को 1-1 मिला। स्पिनरों ने कीवियों को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया।
रोहित-गिल की शानदार ओपनिंग, भारत की मजबूत नींव
252 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने दमदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 105 रन जोड़े। गिल 19वें ओवर में 50 गेंदों पर 31 रन बनाकर कैच आउट हुए। अगले ओवर में विराट कोहली सिर्फ 1 रन बनाकर चलते बने। रोहित शतक की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन गलत शॉट खेलकर 83 गेंदों पर 76 रन बनाकर स्टंपिंग हो गए। उनकी पारी में 7 चौके और 3 छक्के थे। फिर श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने 61 रन की साझेदारी की। अय्यर 39वें ओवर में 62 गेंदों पर 48 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें 2 चौके और 2 छक्के शामिल थे। 42वें ओवर में अक्षर 40 गेंदों पर 29 रन बनाकर कैच आउट हुए। रोहित और गिल की जोरदार शुरुआत ने भारत को मजबूत बेस दिया, जिससे जीत की राह आसान हो गई।
न्यूजीलैंड की कोशिश नाकाम, भारत का ऊपरी हाथ
न्यूजीलैंड ने 251 रन बनाए, जो दुबई की पिच पर ठीकठाक था। रचिन और विल यंग ने अच्छा आगाज किया, लेकिन भारतीय स्पिनरों ने सब पलट दिया। कुलदीप ने रचिन और विलियमसन को जल्दी आउट कर कीवियों को परेशान कर दिया। मिचेल और ब्रेसवेल ने अर्धशतक बनाकर स्कोर को संभाला, पर लगातार विकेट गिरने से बड़ा टोटल नहीं बन पाया। वरुण ने फिलिप्स को बोल्ड कर बीच के बल्लेबाजों को हिलाया, और जडेजा ने लाथम को चलता किया। सेंटनर का रन आउट बड़ा झटका था। भारतीय गेंदबाजों ने कीवियों को 300 के आसपास भी नहीं पहुंचने दिया। दूसरी तरफ, रोहित की कप्तानी पारी और बल्लेबाजों ने जबरदस्त जवाब दिया। न्यूजीलैंड ने पूरा जोर लगाया, लेकिन भारत का दबदबा हर मोड़ पर भारी रहा। ये जीत टीम की मेहनत और सही प्लानिंग का नतीजा थी। न्यूजीलैंड की सारी कोशिशें भारत के आगे फीकी पड़ गईं।
रोहित का कमाल और तीसरा खिताब घर
रोहित शर्मा ने फाइनल में कप्तानी का जादू दिखाया। पहले गेंदबाजों से न्यूजीलैंड को 251 पर रोका, फिर बल्ले से 76 रन की शानदार पारी खेली। उनकी शुरुआत ने भारत को जीत की राह दिखाई। गिल, अय्यर और अक्षर ने भी अच्छा साथ दिया। आखिरी ओवरों में थोड़ी हलचल हुई, लेकिन भारत ने 48.5 ओवर में 254 रन बनाकर 4 विकेट से जीत पक्की की। ये तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी थी, जिसने भारत को नंबर वन बना दिया। 2000 की हार का बदला भी पूरा हुआ। 2013 के बाद 12 साल का इंतजार खत्म करने में रोहित का बड़ा हाथ रहा। स्पिनरों की कसी गेंदबाजी और बल्लेबाजों की चतुराई ने इस जीत को खास बना दिया। फैंस के लिए ये जीत किसी उत्सव से कम नहीं थी। रोहित ने साबित कर दिया कि बड़े मैचों में उनका कोई जवाब नहीं है।