रायपुर। चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने कांग्रेस के 21 सितंबर के छत्तीसगढ़ बंद को समर्थन नहीं दिया है। चेंबर अध्यक्ष अमर परवानी ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इतने अल्प समय में कार्यकारिणी की बैठक बुलाना संभव नहीं है।
ये खबर भी पढ़ें : बेली फैट कम करने के लिए सबसे अच्छे कार्डियो वर्कआउट्स – Pratidin Rajdhani
प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन ने बताया कि 21 सितम्बर को प्रस्तावित बंद को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का 19 सितंबर का पत्र 20 सितंबर को दोपहर 12 बजे चेंबर कार्यालय को प्राप्त हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कराए जा रहे बंद को समर्थन देने का आग्रह किया गया है। बंद का समर्थन करना केवल कार्यकारिणी का क्षेत्राधिकार है। इतने अल्प समय में प्राप्त सूचना में कार्यकारिणी की बैठक बुलाना संभव नहीं है।
ये खबर भी पढ़ें : संजय लीला भंसाली की फिल्म’लव एंड वॉर’ का प्रदर्शन टला
इसके अतिरिक्त चूंकि चेंबर से प्रदेश के छोटे-छोटे व्यापारी, रेहड़ी पटरी, एवं व्यापारिक संगठन जुड़े हुए हैं, जो फल-सब्जी, दूध और अन्य कच्चे सामान का व्यवसाय करते हैं। बिना पूर्व सूचना के आकस्मिक बंद से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इतने अल्प समय में बिना पूर्व सूचना अथवा व्यापारिक संघों की बैठक लिए बगैर ”छत्तीसगढ़ बंद” का समर्थन करने में चेंबर असमर्थ हैं।
ये खबर भी पढ़ें : एआई जेनरेटेड इमेज और डीपफेक से निपटने के लिए गूगल ने लॉन्च की नया टूल
बैठक में चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, महामंत्री अजय भसीन, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल, उपाध्यक्ष महेश दरियानी, हीरा मखीजा पृथ्वीपाल सिंह छाबड़ा, कन्हैया गुप्ता, टी. श्रीनिवास रेड्डी, मंत्री लोकेश साहू, राजेन्द्र खटवानी, राकेश (जनक) वाधवानी, दिनेश पटेल, युवा चम्बर महामंत्री कांति पटेल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
ये खबर भी पढ़ें : वर्क और पर्सनल लाइफ को मैनेज करने में मदद करेंगे ये टिप्स