डेविस कप मैच के लिए भारतीय टेनिस टीम 60 साल बाद पाकिस्तानी दौरे पर गई है. पाकिस्तान में भारतीय टेनिस टीम को इस देश की यात्रा करने वाले राष्ट्र अध्यक्ष जैसी सुरक्षा मुहैया कराई गई है. बताया जा रहा है कि, पाकिस्तान टेनिस महासंघ सुरक्षा पहलू पर कोई समझौता नहीं करना चाहता. लिहाजा सिक्योरिटी की जिम्मेदारी खुद पाकिस्तानी टेनिस फेडरेशन ने ली है.
खिलाड़ियों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए लागू सुरक्षा योजना के तहत एक बम निरोधक दस्ता हर सुबह इस्लामाबाद स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की जांच करेगा और सफर के दौरान भारतीय टीम दो एस्कॉर्ट वाहन की निगरानी में रहेगी. टीम वीवीआईपी प्रवेश द्वार से होटल में प्रवेश करेगी, जो राष्ट्र के प्रमुखों के लिए आरक्षित है. यह प्रक्रिया पूरे मुकाबले के दौरान जारी रहेगी.
शहर में लगे 10,000 कैमरे
कार्यक्रम स्थल पर लगातार हवाई निगरानी हो रही है, शहर में लगभग 10,000 कैमरे लगे हैं. कार्यक्रम स्थल में किसी को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पाकिस्तान दौरे के दौरान भारतीय खिलाड़ी ज्यादातर समय आयोजन स्थल और होटल तक ही सीमित रहेंगे. मुकाबला 3-4 फरवरी को खेला जाएगा.
पाकिस्तान खिलाड़ी ने कही ये बात
पाकिस्तान ने अपनी ताकत के अनुरूप खेलने के लिए ग्रास कोर्ट को चुना लेकिन मेजबान टीम घरेलू परिस्थितियों का पूर्ण रूप से फायदा नहीं उठा पाएगी क्योंकि अधिकतम 500 फैंस को ही मैच देखने की अनुमति होगी. पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी ऐसाम-उल-हक कुरैशी ने कहा कि यह कठिन है. आईटीएफ ने हमें सुरक्षा कारणों से बहुत अधिक मेहमानों या दर्शकों की मेजबानी करने की अनुमति नहीं देता है. यह कुछ ऐसा है जिसे हमें मानना होगा.