5जी नेटवर्क के उपकरणों की चोरी करने वाले आठ अन्तर्राज्यीय चोर गिरफ्तार
विभिन्न राज्यों से करोडो की चोरी कर महाराष्ट्र भेजते थे उपकरण
मीरजापुर । लालगंज पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने रविवार को क्षेत्र से आठ अन्तर्राज्यीय चोरों को गिरफ्तार किया। उनके पास से लगभग 10 लाख रुपये के 5जी नेटवर्क सम्बन्धित उपकरण, दो तन्मचा व अदद कारतूस, एक चाकू, चार मोटरसाइकिल, सात मोबाइल फोन व 10 हजार रुपये बरामद किए।
गाजीपुर जनपद के सैदपुर निवासी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने इंडस टाॅवर में लगे जियो 5जी के इलेक्ट्रानिक उपकरणों की चोरी के सम्बन्ध में 12 अक्टूबर को लालगंज थाने पर अज्ञात चोरों के विरूद्ध तहरीर दी थी। थानाध्यक्ष संतनगर उप निरीक्षक जितेन्द्र कुमार सरोज, प्रभारी निरीक्षक एसओजी राजीव कुमार सिंह व प्रभारी सर्विलांस उपनिरीक्षक मानवेन्द्र सिंह की संयुक्त टीम ने सूचना के आधार पर लालगंज क्षेत्र से आठ अन्तर्राज्यीय चोर संदीप पटेल पुत्र सुदर्शन पटेल, रामबाबू उर्फ विक्की पटेल पुत्र लक्ष्मन प्रसाद पटेल, रामराज पुत्र राधेश्याम पटेल, सोहनलाल उर्फ सोनू यादव पुत्र बद्रीनाथ यादव, सतीश उर्फ बुल्लू पटेल पुत्र शिवशंकर पटेल, योगेशचन्द पुत्र धर्मेन्द्र सिंह चौहान निवासी ग्राम जमुहरा, कमलेश पटेल निवासी ग्राम सरैया कमरहटा व मनोज कुमार पुत्र पारसनाथ निवासी ग्राम ओबराडीह को गिरफ्तार किया। आरोपितों के कब्जे से 5जी नेटवर्क से सम्बन्धित उपकरण दो अजना कार्ड, छह माड्यूल सिस्टम, चार सिपरी केबल व चोरी के सामानों की बिक्री के 10 हजार रुपये तथा घटना में प्रयुक्त चार मोटरसाइकिल, दो तमंचा (315 बोर) मय कारतूस व चाकू बरामद किया गया। घटना में प्रयुक्त बिना नम्बर प्लेट मोटरसाइकिलों को 207 एम.वी. एक्ट में सीज किया गया। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना लालगंज पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए आरोपितों को जेल भेजा।
लालगंज पुलिस ने साेमवार काे बताया कि आरोपितों का एक संगठित गिरोह है, जो 5जी नेटवर्क टावरों से 5जी नेटवर्क में प्रयुक्त उपकरणों की चोरी कर निजी बसों के माध्यम से नागपुर (महाराष्ट्र) अपने अन्य साथियों को भेज देते हैं और गूगल पे के माध्यम से अपने खाते में पैसे मगांकर आपस में बांट लेते हैं। पुलिस बताया कि घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिलों को उन्होंने चोरी के पैसे से ही खरीदा है। ये जनपद मीरजापुर, सोनभद्र, वाराणसी, चंदौली और प्रयागराज समेत विभिन्न राज्यों में 50 से ऊपर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।