
बोत्सवाना से आठ चीते दिसंबर में भारत लाए जायेंगे : भूपेंद्र यादव
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बड़ा ऐलान किया। बोत्सवाना से आठ चीते दिसंबर के तीसरे सप्ताह में भारत आएंगे। यह प्रोजेक्ट चीता का नया चरण है। मंत्री एक कार्यक्रम में कॉप 30 सम्मेलन पर मीडिया को ब्रीफ कर रहे थे। बाद में पत्रकारों से बातचीत में चीतों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, चीता पुनर्स्थापना योजना सफल हो रही है। नए चीते मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में रखे जाएंगे। वर्तमान में कूनो में 26 चीते हैं। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से पहले आए थे। बोत्सवाना से यह पहली खेप होगी। मंत्री बोले, विविधता बढ़ेगी। प्रजनन में मदद मिलेगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पर्यावरण मंत्रालय की टीम तैयारियां कर रही है। चीतों को विशेष चार्टर्ड फ्लाइट से लाया जाएगा। स्वास्थ्य जांच पूरी हो चुकी है। क्वारंटाइन की व्यवस्था पुख्ता रहेगी। प्रोजेक्ट चीता 2022 में शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया के चीतों को रिहा किया। अब तक 13 शावक पैदा हो चुके हैं। कुछ चीतों की मौत भी हुई। मंत्री ने कहा, चुनौतियां हैं, लेकिन हम संभाल रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि नए चीतों से जेनेटिक पूल मजबूत होगा। कूनो पार्क का क्षेत्र बढ़ाया जा रहा है। गांधी सागर अभयारण्य भी विकल्प है।
कॉप 30 सम्मेलन ब्राजील में नवंबर में होगा। भारत जलवायु परिवर्तन पर मजबूत रुख दिखाएगा। चीता परियोजना को वैश्विक मंच पर सराहा जा रहा है। पर्यावरण प्रेमी उत्साहित हैं। एक्टिविस्ट बोले, यह जैव विविधता के लिए अच्छा। विपक्ष ने सवाल उठाया, खर्च कितना? सफलता कितनी? मंत्रालय ने जवाब दिया, लंबी योजना है। चीतों का आगमन वन्यजीव संरक्षण को बल देगा। भारत में 70 साल बाद चीते लौट रहे हैं।

