
Breaking News: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार रात को दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। उन्हें देर शाम एम्स में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
उधर, कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक को रद कर दिया गया है और सारे कार्यक्रम कैंसिल कर दिए गए। वहीं खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत तमाम नेता दिल्ली लौट रहे हैं। इससे पहले, 13 अक्टूबर 2021 को मनमोहन सिंह को एम्स में भर्ती कराया गया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। हमारे राष्ट्र के प्रति आपकी सेवा के लिए धन्यवाद। देश में आपके द्वारा लाई गई आर्थिक क्रांति और प्रगतिशील बदलावों के लिए आपको हमेशा याद किया जाएगा।”
सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट किया- देश ने एक बेमिसाल प्रधानमंत्री, सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्री और कर्मयोगी महान इंसान को खो दिया! डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन राष्ट्र और मेरी निजी क्षति है! उनके योगदान को इतिहास स्वर्णाक्षरों में दर्ज करेगा! मेरी गहरी संवेदना उनके अपनों के साथ है! अंतिम प्रणाम सरदार साहब!
दो बार रहे देश के प्रधानमंत्री, पंजाब और ऑक्सफोर्ड से की पढ़ाई
साल 2004 से 2014 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे और भारत के बड़े अर्थशास्त्रियों में उनकी गिनती होती थी। उन्होंने चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय और ग्रेट ब्रिटेन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। मनमोहन सिंह को हमेशा अपने सरल और शांत स्वभाव के लिए याद किया जाएगा।
वर्ष 2006 में हुई थी दोबारा बाइपास सर्जरी
जानकारी के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 2006 में दोबारा बाइपास सर्जरी हुई थी। जिसके लिए मुंबई से स्पेशलिस्ट डॉक्टर रमाकांत पांडा को बुलाया गया था। इसके अलावा कोरोना काल में उन्हें कोविड भी हुआ था, जिसके बाद से उन्हें सांस लेने में भी काफ़ी तकलीफ रहती थी। बताया जा रहा है कि गुरुवार को तक़रीबन आठ बजे उन्हें दिल्ली के एम्स इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जहां करीब आधे घंटे बाद उनका निधन हो गया। बता दें वे 1985 से 1987 तक भारतीय योजना आयोग के प्रमुख भी रहे थे।
