
अच्छी सैलरी और सुकून भरी जिंदगी! ये हैं दुनिया के वो देश जहां काम का बोझ है कम और कमाई है ज्यादा
Best Countries For Work : आज के भागदौड़ भरे दौर में हर प्रोफेशनल का एक ही सपना है बेहतरीन सैलरी और अपनी निजी जिंदगी के लिए पर्याप्त समय। अमेरिका और जापान जैसे विकसित देश पैसा तो खूब देते हैं लेकिन वहां का वर्क कल्चर अक्सर तनाव और लंबे कामकाजी घंटों के लिए जाना जाता है। अगर आप भी वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) की तलाश में हैं तो यूरोप के कुछ देश आपके लिए जन्नत साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जहां ‘काम ही जिंदगी’ नहीं है, बल्कि जिंदगी को जीने के लिए काम किया जाता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लक्जमबर्ग : सबसे अमीर और सबसे ज्यादा छुट्टियां
लक्जमबर्ग को दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिना जाता है। यहां की खासियत यह है कि यहां एंट्री-लेवल (शुरुआती स्तर) की नौकरियों में भी वेतन बहुत आकर्षक होता है। यहां कर्मचारियों को साल में कम से कम 26 दिन की पेड लीव (सतनख्वाह छुट्टी) मिलती है। यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर और सोशल सिक्योरिटी सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है।
डेनमार्क: परिवार पहली प्राथमिकता
डेनमार्क का वर्क कल्चर ‘हाइजी’ (Hygge) के सिद्धांत पर चलता है जिसका अर्थ है आराम और सुकून। यहां एक सामान्य वर्किंग वीक मात्र 37 घंटे का होता है। यहां दफ्तरों में काम के घंटों को लेकर काफी लचीलापन है ताकि लोग अपने परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकें।
Norway: फ्लैट हायरार्की और कम प्रेशर
नॉर्वे अपने कर्मचारियों की मानसिक शांति (Well-being) को सबसे ऊपर रखता है। यहां दफ्तरों में ‘फ्लैट हायरार्की’ होती है, यानी बॉस और कर्मचारी के बीच बहुत ज्यादा दूरी नहीं होती। इससे काम का दबाव कम होता है। माता-पिता बनने वाले कर्मचारियों को यहां बहुत लंबी और शानदार छुट्टियां मिलती हैं।

