
भारत फ्रांस से पट्टे पर लेगा मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट विमान
रक्षा मंत्रालय की मंजूरी, इसी वित्तीय वर्ष के दौरान सौदे को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद
नई दिल्ली । भारत ने वायुसेना के लिए फ्रांस से एक एयरबस ए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट विमान तीन साल के पट्टे पर लेने का फैसला लिया है, जिसकी मंजूरी रक्षा मंत्रालय ने दे दी है। इसका उद्देश्य वायुसेना की हवा में ईंधन भरने की क्षमताओं को मजबूत करना है। फिलहाल भारत के पास छह इल्यूशिन आईएल-78 विमान हैं, जिनका इस्तेमाल हवा में ईंधन भरने के लिए किया जा रहा है, लेकिन लड़ाकू बेड़े की क्षमता को देखते हुए इनकी कमी महसूस की जा रही है।

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रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारतीय वायुसेना के लिए फ्रांस से एक एयरबस ए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान को पट्टे पर लेने की मंजूरी दे दी है। तीन साल के पट्टे से वायुसेना के कर्मियों को इस फ्रांसीसी परिवहन विमान पर परिचालन अनुभव हासिल करने का मौका मिलेगा। हालांकि, विमान के भारत आने की सही तारीख का अभी खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन इस सौदे को 2025-2026 वित्तीय वर्ष के दौरान अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
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यह समझौता सरकार-से-सरकार के बीच होगा, जिसमें फ्रांसीसी उड़ान चालक दल और रखरखाव की सहायता भी शामिल होगी। केंद्र सरकार का यह फैसला भारतीय वायुसेना के टैंकर बेड़े को आधुनिक बनाने के लगभग एक दशक के प्रयासों के बाद आया है। ए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट को पहले 2009 और 2013 में दो अलग-अलग खरीद प्रयासों में पसंदीदा विकल्प के रूप में चुना गया था। दोनों प्रस्तावों को बाद में उच्च प्रारंभिक लागतों के कारण रक्षा मंत्रालय के वित्त विभागने रद्द कर दिया था। अब फिर वायु सेना ने छह विमान हासिल करने की योजना बनाई है।
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एयरबसए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट नागरिक एयरबसए-330 पर आधारित एक यूरोपीय हवाई ईंधन भरने वाला और सैन्य परिवहन विमान है। अब तक कुल 15 देशों ने लगभग 82 विमानों के लिए ऑर्डर दिए हैं, जिनमें से 63विमान इस साल 28 फरवरी तक आपूर्ति किए जा चुके हैं। इसे दोहरी भूमिका वाले एयर-टू-एयर ईंधन भरने और परिवहन विमान के रूप में डिजाइन किया गया है। इसे एयर-टू-एयर ईंधन भरने के लिएकिसी भी सिस्टम से लैस किया जा सकता है।
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