
लगातार दूसरी बार भारतीय महिला टीम ने जीता कबड्डी वर्ल्ड कप
नई दिल्ली। भारतीय महिला कबड्डी टीम ने ढाका में महिला कबड्डी वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे को 35-28 से हराया और खिताब अपने नाम किया। यह भारत का लगातार दूसरा वर्ल्ड कप खिताब है, और इससे खेल में उनकी ताकत और साबित होती है। हरियाणा स्टीलर्स के मुख्य कोच मनप्रीत सिंह ने टीम की तारीफ करते हुए कहा, विमेंस टीम ने ऐसा परफॉर्मेंस दिया है, जिस पर पूरे देश को गर्व है। उनका विश्वास और टीमवर्क शानदार था। एक पूर्व इंडियन प्लेयर होने के नाते मैं समझता हूं कि इस लेवल तक पहुंचना कितना मुश्किल है। प्लेयर्स और स्टाफ को बहुत-बहुत बधाई। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम शानदार फॉर्म में थी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भारतीय महिला कबड्डी टीम ने अपने सभी ग्रुप मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां भारत ने ईरान को 33-21 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। चीनी ताइपे ने भी अपने ग्रुप में एक भी मैच नहीं गंवाया और सेमीफाइनल में मेजबान बांग्लादेश को 25-18 से हराया। पुनेरी पल्टन के मुख्य कोच अजय ठाकुर ने कहा, भारत के लिए यह गर्व का पल है, क्योंकि भारतीय महिला कबड्डी टीम ने ढाका में वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने पास रखी। फाइनल और फिर ट्रॉफी तक उनका शानदार प्रदर्शन दिखाता है कि पिछले कुछ सालों में महिला कबड्डी टीम ने कितनी तरक्की की है। टूर्नामेंट में कुल 11 देशों ने हिस्सा लिया, जिससे पता चलता है कि दुनिया भर में महिला कबड्डी कितनी तेजी से बढ़ रही है।
भारतीय महिला टीम चार मैचों में जीत दर्ज कर आठ पॉइंट्स के साथ ग्रुप ए स्टैंडिंग में टॉप पर रही, जबकि मेजबान बांग्लादेश तीन जीत से छह पॉइंट्स के साथ टेबल में दूसरे स्थान पर रहा। ग्रुप ए में थाईलैंड, युगांडा और जर्मनी दूसरी टीमें थीं। चीनी ताइपे पांच मैचों में पांच जीत से 10 पॉइंट्स के साथ ग्रुप बी स्टैंडिंग में टॉप पर रही। ईरान चार जीत और पांच मैचों में एक हार से आठ पॉइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर रहा। ग्रुप बी में नेपाल, पोलैंड, केन्या और जांजीबार दूसरी टीमें थीं। टॉप दो टीमें नॉकआउट राउंड में पहुंच गईं, जिसमें भारत ने ईरान को और चीनी ताइपे ने मेजबान बांग्लादेश को हराया।

