कहीं खतरे में तो नहीं आपका जीमेल अकाउंट,ठगी करने के लिए AI की मदद ले रहे स्कैमर्स
नई दिल्ली। पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों ही काम के लिए Gmail का इस्तेमाल किया जाता है। जीमेल की सिक्योरिटी भी अपने आप में बहुत जरूरी है। कुछ छोटी-छोटी गलतियों के कारण आपकी पर्सनल जानकारी खतरे में पड़ सकती है। साइबर अपराधी लोगों के साथ स्कैम करने के लिए AI तकनीक का सहारा ले रहे हैं। स्कैमर्स AI की मदद से जीमेल के साथ छेड़खानी करने की कोशिश करते हैं।
जीमेल के जरिये ठगी की कोशिश
हाल ही में क्लाउडजॉय के फाउंडर ने अपने एक ऐसे ही एक्सपीरियंस को साझा किया है। इन्होंने कहा कि उनके पास एक कॉल आया जिसमें दावा किया गया है कि उनका जीमेल पिछले एक हफ्ते से विदेश से एक्सेस किया जा रहा है। अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा न हो तो जरूरी है कि आप कुछ चीजों का ध्यान रखें। ताकि, कोई भी आपकी सिक्योरिटी और प्राइवेसी को खतरे में डाल पाए।
एक नोटिफिकेशन और…
क्लाउडजॉय के फाउंडर और सिक्योरिटी एक्सपर्ट सैम मिट्रोविक ने कहा ”स्कैमर्स AI तकनीक की मदद से आपके जीमेल को निशाना बना रहे हैं। इन्होंने कहा उनके जीमेल अकाउंट की रिकवरी के लिए उनके पास एक नोटिफिकेशन आया। इसके कुछ समय बाद कॉल आया, जिसमें दावा किया गया कि उनका मेल पिछले कई दिनों से कोई और एक्सेस कर रहा है।”
इस दावे के बाद जब मिट्रोविक ने अपने स्तर पर इसकी जांच करने की कोशिश की तो उन्हें पता चला कि असल में उनके जीमेल अकाउंट का एक्सेस प्राप्त करने के लिए स्पूफिंग की कोशिश की जा रही थी। इसमें AI वॉयस बॉट, Salesforce CRM का इस्तेमाल किया जा रहा था। मेल का एक्सेस पाने और क्रेडेंशियल्स को चुराने का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए।
AI पहुंचा रहा स्कैमर्स को फायदा
पहले इस तरह के स्कैम को अंजाम देने के लिए स्कैमर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन अब AI के आ जाने के बाद इन लोगों के लिए ठगी करना आसान हो गया है। स्कैमर्स अब कॉल करने के लिए एआई चैटबॉट का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह एक बार में ही हजारों कॉल या मैसेज भेज सकते हैं।
खुद की सेफ्टी बहुत जरूरी
इस तरह के स्कैम से खुद को सेफ रखने के लिए यूजर्स को बुनियादी बातों का पता होना जरूरी है।
- गूगल कभी भी जीमेल अकाउंट के संबध में यूजर्स के पास कॉल या मैसेज नहीं करता। वह मेल पर ही किसी भी तरह की जानकारी देता है।
- अगर आपके इस तरह के कॉल आते हैं तो उन्हें ट्रूकॉलर के जरिये वेरिफाई करना बहुत जरूरी है।
- आपको समय-समय पर जीमेल एक्टिविटी को रिव्यू करते रहना चाहिए। अगर कुछ संदिग्ध लगता है तो उसे ब्लॉक करें।
- इसके अलावा आपको टू-फैक्टर ऑथंटिकेशन को यूज करना चाहिए।
- सबसे जरूरी है कि आप इस तरह के स्कैम के बारे में खुद को अप-टू-डेट रखें। गूगल के सिक्योरिटी फीचर्स के बारे में जानकारी लेते रहें।
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