मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का बागबाहरा प्रवास : मां चंडी का दर्शन कर लिया आशीर्वाद , दिव्यांग बच्चों से की मुलाकात
रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने दिनांक 24 अगस्त 2024 को बागबाहरा पहुंचकर जगत जननी मां चंडी का दर्शन किया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की । इस अवसर पर उन्होंने चंडी मां के समक्ष शीश झुका कर प्रदेश की खुशहाली और नागरिकों के स्वस्थ जीवन के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया ।
बागबाहरा प्रवास के दौरान श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े जी का स्वागत किया गया | महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुष्पगुच्छ भेंट कर मंत्री जी का स्वागत किया और उनकी यात्रा को सफल बनाने की शुभकामनाएं दीं । विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने इस अवसर पर श्रीमती राजवाड़े को स्थानीय मुद्दों पर जानकारी दी और प्रदेश के विकास कार्यों पर चर्चा की ।
मंदिर दर्शन के पश्चात, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने फॉर्चून नेत्रहीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बागबाहरा का दौरा किया। यहां उन्होंने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात की और उनके हाल-चाल जाना । इस स्कूल में पहुंचे मंत्री जी ने बच्चों के साथ समय बिताया और उनकी कला का आनंद लिया । बच्चों ने इस मौके पर विभिन्न प्रकार की कला का प्रदर्शन किया, जिसमें गाने, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे । सबसे मनमोहक और प्रेरणादायक दृश्य तब देखने को मिला जब एक छोटे से दिव्यांग बच्चे ने कंप्यूटर चला कर सबको प्रभावित किया । इस विशेष प्रदर्शन ने सभी उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और यह स्पष्ट कर दिया कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ दिव्यांग बच्चे भी अपनी क्षमता और हुनर को प्रकट कर सकते हैं ।
फॉर्चून नेत्रहीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मंत्री जी ने शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन से भी बातचीत की और दिव्यांग बच्चों के समग्र विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल को और अधिक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं ताकि इन बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अन्य सुविधाएं मिल सकें । अंत में, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया और बागबाहरा क्षेत्र के लोगों को उनके सहयोग और समर्थन के लिए सराहा | उनके इस दौरे ने बागबाहरा की जनता के साथ सरकार की संपर्क की एक नई दिशा स्थापित की है और उम्मीद की जाती है कि इससे क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी ।