
विधायक राजेश मुणत ने दानवीर भामाशाह वार्ड स्थित शाला भवन सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण
रायपुर पश्चिम को मिला आधुनिक शाला भवन, मुणत ने की गुणवत्ता की सराहना, सफाई और सुरक्षा के दिए निर्देश
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गुढ़ियारी कॉलेज निर्माण की धीमी रफ्तार पर भड़के विधायक मुणत, कार्य में तेजी लाने के दिए सख्त निर्देश
प्रदेश की पहली मॉडल आंगनबाड़ी बनेगी टाटीबंध में, मुणत ने खामी पर जताई नाराजगी, डिज़ाइन सुधारने के निर्देश
23 अगस्त 2025/रायपुर: रायपुर पश्चिम के विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश मुणत ने आज सुबह 8:00 बजे दानवीर भामाशाह वार्ड में शुक्रवार बाजार के पास ₹3.15 करोड़ की लागत से नवनिर्मित शाला भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने भवन के प्रत्येक कक्ष का अवलोकन किया और निर्माण की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया। मुणत ने शाला भवन से सटी खाली जमीन पर डोम शेड के निर्माण के निर्देश जोन आयुक्त को दिए और कहा कि नगर निगम रायपुर के अधिकारी इस गुणवत्तापूर्ण निर्माण में प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने शाला भवन की साफ-सफाई और देखरेख के लिए एक चौकीदार व एक सफाई कर्मचारी की तत्काल नियुक्ति का प्रस्ताव भी रखा। निरीक्षण के पश्चात मुणत रामदरबार के पीछे बन रही गुढ़ियारी कॉलेज भवन का जायजा लेने पहुंचे, जहां निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है। कार्य की धीमी प्रगति पर उन्होंने असंतोष जताते हुए कार्यपालक अभियंता राजीव नशीने को निर्देशित किया कि कार्य की गति बढ़ाने के लिए एक ठोस प्लान तैयार करें। लगातार हो रही बारिश के कारण काम की गति प्रभावित होने की जानकारी पर उन्होंने सहमति व्यक्त की, लेकिन कहा कि कार्य एजेंसी के साथ मिलकर एक्शन प्लान बनाना आवश्यक है।
इसके पश्चात विधायक मुणत टाटीबंध मिडिल स्कूल कैंपस में बन रहे महतारी सदन के निरीक्षण हेतु पहुंचे। यहां कार्य की गुणवत्ता पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वर्तमान ड्राइंग एवं डिजाइन उपयुक्त नहीं है और इसे सुधारने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि लगभग 4500 वर्गफुट क्षेत्र में प्रदेश का पहला मॉडल आंगनबाड़ी भवन निर्मित किया जा रहा है, जिसे इतना सुंदर बनाया जाए कि वह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक उदाहरण बने। मुणत ने परिसर की पुरानी सीमांकन दीवार की मरम्मत और ऊंचाई बढ़ाने, पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक एवं जिला शिक्षा अधिकारी से समन्वय कर बने हुए स्ट्रक्चर को व्यवस्थित रूप से जोड़ने के निर्देश भी दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि बच्चों को मध्यान्ह भोजन, हाइजीन और अन्य बुनियादी सुविधाओं में कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वर्तमान वॉशरूम की स्थिति पर असंतोष जताया और कहा कि ₹15 लाख की स्वीकृत राशि से एक स्वच्छ एवं हाइजीनिक वॉशरूम का निर्माण प्राथमिकता से किया जाए। यदि अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होगी, तो वह भी उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।


