
एक जून से लागू होंगे ड्राइविंग लाइसेंस के नए नियम
एक जून से लागू होंगे ड्राइविंग लाइसेंस के नए नियम
केंद्र शनिवार, 1 जून से लागू होने वाले नए नियमों के साथ ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाएगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने हाल ही में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया में बदलावों की घोषणा की थी। ताकि प्रक्रिया को आसान बनाने और बेहतर प्रशिक्षित ड्राइवरों को बढ़ावा देते हुए लाल फीताशाही को कम किया जा सके।

शनिवार से लागू होने वाले सबसे बड़े बदलावों में से एक यह है कि ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए संबंधित राज्य सरकारों के अधीन आने वाले नजदीकी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। आने वाले दिनों में नए ड्राइविंग लाइसेंस नियम यूजर्स को कैसे प्रभावित करेंगे, यहां इस पर एक नजर डालते हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट
नए ड्राइविंग लाइसेंस नियम लोगों को आरटीओ के बजाय निजी प्रशिक्षण केंद्रों पर ड्राइविंग टेस्ट देने का विकल्प देंगे। हालांकि, ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने में सक्षम होने के लिए इन प्रशिक्षण केंद्रों को टेस्ट आयोजित करने के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित होना जरूरी है।
ड्राइविंग टेस्ट पूरा करने के बाद, ये केंद्र सफल आवेदकों को प्रमाण पत्र जारी करेंगे। इस प्रमाण पत्र का इस्तेमाल सरकारी आरटीओ के जरिए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए किया जा सकता है। ड्राइविंग केंद्रों में पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आवेदकों से किसी और परीक्षण की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, जो लोग ड्राइविंग टेस्ट केंद्रों पर परीक्षा देने का विकल्प नहीं चुनते हैं, उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस के पात्र होने के लिए आरटीओ द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होगी।
ड्राइविंग लाइसेंस शुल्क
केंद्र ने 1 जून से ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने और उसके रिन्युअल (नवीनीकरण) की प्रक्रिया से संबंधित शुल्क में भी बदलाव किया है। स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस या लर्नर लाइसेंस हासिल करने या दोनों को रिन्यु करने के लिए 200 रुपये का भुगतान करना होगा। अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए शुल्क प्रति आवेदन 1,000 रुपये होगा। अब इन लाइसेंसों को हासिल करने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो जाएगी।