
ब्रेस्ट कैंसर: सिर्फ गांठ नहीं, इन छुपे हुए संकेतों को भी पहचानें!-ब्रेस्ट कैंसर, जिसे हम स्तन कैंसर भी कहते हैं, आज के समय में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। बहुत से लोग यह सोचते हैं कि स्तन में गांठ महसूस होना ही ब्रेस्ट कैंसर का एकमात्र या सबसे पहला संकेत है। लेकिन यह सच नहीं है। कई बार, ब्रेस्ट कैंसर बिना किसी गांठ के भी पनप सकता है और हमारे शरीर में दूसरे तरीकों से संकेत दे सकता है। इन शुरुआती संकेतों को समझना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि अगर बीमारी का पता जल्दी चल जाए तो इसका इलाज बहुत आसान और सफल हो सकता है। इन संकेतों को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक साबित हो सकता है। आइए, जानते हैं कि गांठ के अलावा और कौन से ऐसे संकेत हैं जिन पर हमें ध्यान देना चाहिए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!ब्रेस्ट के आकार में अचानक बदलाव: क्या यह सामान्य है?-क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि आपके दोनों स्तनों का आकार अचानक बदल गया हो? जैसे, एक स्तन दूसरे से बड़ा या छोटा दिखने लगे, या फिर किसी एक स्तन का झुकाव (drooping) पहले से ज़्यादा हो जाए। अगर ऐसा हो रहा है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत में, कैंसर की कोशिकाएं स्तन के ऊतकों (tissue) की बनावट को बदलने लगती हैं। इसका सीधा असर बाहर से दिखने वाले आकार पर पड़ता है। अक्सर महिलाएं इसे हार्मोनल बदलाव या बढ़ती उम्र का असर समझकर अनदेखा कर देती हैं। लेकिन, अगर यह बदलाव बिना किसी खास वजह के और लगातार हो रहा है, तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। खासकर, अगर यह बदलाव अचानक से दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे समझदारी का काम है। इस तरह के बदलाव को अगर शुरुआत में ही पकड़ लिया जाए, तो इलाज काफी आसान हो जाता है और गंभीर खतरे की संभावना कम हो जाती है।
त्वचा में छिपे संकेत: क्या आपकी त्वचा कुछ कह रही है?-कैंसर सिर्फ स्तन के अंदर ही नहीं, बल्कि बाहर की त्वचा पर भी अपना असर दिखा सकता है। अगर आपको अपने स्तन की त्वचा पर अचानक लालिमा (redness), सूजन या गर्माहट महसूस हो रही है, तो यह सिर्फ कोई सामान्य संक्रमण नहीं हो सकता। यह इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर का एक लक्षण भी हो सकता है। इसके अलावा, अगर स्तन की त्वचा मोटी होने लगे या उस पर छोटे-छोटे गड्ढे (dimples) बन जाएं, जिससे वह संतरे के छिलके की तरह दिखने लगे, तो यह एक और गंभीर संकेत है। यह स्थिति तब बनती है जब कैंसर की कोशिकाएं लिम्फ वाहिकाओं (lymphatic vessels) को ब्लॉक कर देती हैं। वहीं, अगर निप्पल के आसपास की त्वचा में लगातार खुजली, दाने या छाले (sores) बन रहे हैं और किसी भी क्रीम या दवा से आराम नहीं मिल रहा है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना बहुत ज़रूरी है। त्वचा में इस तरह के बदलावों को अक्सर लोग सामान्य समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह किसी गंभीर समस्या की शुरुआत हो सकती है।
निप्पल में बदलाव: क्या यह चिंता का विषय है?-निप्पल भी ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षणों को दर्शा सकते हैं। अगर आपका निप्पल, जो पहले बाहर की ओर निकला रहता था, अचानक अंदर की ओर धंसने लगे (retraction), तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें। यह ब्रेस्ट कैंसर का एक स्पष्ट संकेत हो सकता है। इसके अलावा, अगर बिना किसी दबाव के निप्पल से किसी भी तरह का तरल पदार्थ (discharge) निकलने लगे—चाहे वह पानी जैसा हो, खून जैसा हो, या किसी और रंग का—तो यह भी एक असामान्य स्थिति है। खासकर, अगर कोई महिला स्तनपान (breastfeeding) नहीं करा रही है और फिर भी निप्पल से डिस्चार्ज हो रहा है, तो यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। साथ ही, अगर निप्पल के आसपास की त्वचा बार-बार फटने लगे, छिलने लगे या उस पर पपड़ी जम जाए, तो यह भी कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे किसी भी बदलाव को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
लगातार दर्द या बेचैनी: क्या यह सिर्फ सामान्य दर्द है?-आम तौर पर, ब्रेस्ट कैंसर को ‘बिना दर्द वाली बीमारी’ माना जाता है, यानी इसमें अक्सर दर्द नहीं होता। लेकिन, कई बार इसके शुरुआती चरण में स्तन में या बगल (underarm) में लगातार हल्का दर्द, जलन या असहजता (discomfort) महसूस हो सकती है। खासकर, अगर यह दर्द मासिक धर्म (periods) के दौरान होने वाले सामान्य दर्द जैसा नहीं है और लंबे समय तक बना रहता है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। बगल में लगातार सूजन या दर्द होना यह भी संकेत दे सकता है कि कैंसर की कोशिकाएं वहां मौजूद लिम्फ नोड्स (lymph nodes) तक फैल चुकी हैं। यह लक्षण शुरुआत में छोटा लग सकता है, लेकिन इसे अनदेखा करना वाकई खतरनाक हो सकता है। इसलिए, ऐसे किसी भी लगातार होने वाले दर्द या बेचैनी को नज़रअंदाज़ न करें।
स्तन में सूजन या गांठ जैसा अहसास: क्या यह महसूस होना ज़रूरी है?-यह समझना बहुत ज़रूरी है कि हर गांठ को हाथ से महसूस नहीं किया जा सकता। कई बार, स्तन के अंदर बहुत गहराई में छोटी-छोटी कैंसर कोशिकाएं विकसित हो रही होती हैं, जिन्हें छूकर महसूस करना मुश्किल होता है। ऐसे में, स्तन के किसी हिस्से में सूजन, भारीपन या कुछ अलग सा अहसास होना भी खतरे का संकेत हो सकता है। यहां तक कि कॉलर बोन (collarbone) के पास या बगल में सूजन आना भी इसी बीमारी से जुड़ा हो सकता है। बहुत सी महिलाएं यह सोचती हैं कि अगर गांठ महसूस नहीं हो रही है, तो सब ठीक है। लेकिन हकीकत यह है कि कैंसर कई बार छिपकर बढ़ता है और केवल ऐसे अप्रत्यक्ष लक्षणों से ही पहचाना जा सकता है। इसलिए, अगर आपको किसी भी हिस्से में अचानक सूजन, भारीपन या कोई असामान्य अहसास हो, तो डॉक्टर से जांच ज़रूर कराएं। जल्दी पहचान ही बेहतर इलाज की ओर पहला कदम है।

