
एनीमिया के लक्षण: थकान से लेकर सांस फूलने तक, जानें कैसे पहचानें हीमोग्लोबिन की कमी
हीमोग्लोबिन की कमी: कहीं ये एनीमिया तो नहीं? जानें शरीर के संकेत!-हमारा शरीर एक अद्भुत मशीन की तरह काम करता है, और इस मशीन का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है हीमोग्लोबिन। सोचिए, हीमोग्लोबिन एक डिलीवरी बॉय की तरह है जो फेफड़ों से ऑक्सीजन उठाता है और उसे शरीर के हर छोटे-बड़े हिस्से तक पहुँचाता है। लेकिन जब इस डिलीवरी सिस्टम में गड़बड़ हो जाती है, यानी शरीर में आयरन या विटामिन बी-12 जैसे ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, तो लाल रक्त कोशिकाएं (रेड ब्लड सेल्स) ठीक से बन नहीं पातीं। इसी कमी को हम ‘एनीमिया’ कहते हैं। जब एनीमिया हो जाता है, तो शरीर के ऊतकों (टिश्यूज) तक ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुँच पाती, और यहीं से शुरू होती हैं कई तरह की परेशानियाँ। अक्सर लोग इन शुरुआती लक्षणों को थकान, तनाव या भागदौड़ भरी ज़िंदगी का हिस्सा समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो एनीमिया को शुरुआती दौर में ही पकड़ा जा सकता है और इसका इलाज भी काफी आसान हो जाता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लगातार थकान और शरीर में जान न होना-एनीमिया का सबसे आम और पहला संकेत है लगातार थकावट महसूस होना और शरीर में बिल्कुल जान न लगना। जब शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, तो एनर्जी लेवल एकदम से गिर जाता है। इसके चलते, आपको छोटे-मोटे काम करने में भी बहुत ज़्यादा थकान महसूस होने लगती है। ऐसा लगता है जैसे आपने रात को अच्छी नींद ली हो, फिर भी सुबह उठने पर शरीर एकदम फ्रेश महसूस नहीं करता। यह थकान सामान्य वाली थकान से बिल्कुल अलग होती है क्योंकि यह पूरे दिन बनी रहती है। अक्सर लोग इसे ज़्यादा काम करने, स्ट्रेस या नींद पूरी न होने का नतीजा मान लेते हैं। लेकिन अगर यह कमजोरी और थकावट लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह एनीमिया का एक बहुत ही स्पष्ट संकेत हो सकता है, जिसे समझना ज़रूरी है।
त्वचा और नाखूनों का रंग उड़ जाना-जब शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है, तो इसका सीधा असर हमारे खून के रंग पर पड़ता है, जिससे वह हल्का हो जाता है। इस बदलाव का सबसे पहला असर हमारी त्वचा पर दिखाई देता है। एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति की त्वचा सामान्य से ज़्यादा पीली दिखने लगती है। इतना ही नहीं, आपके नाखून, होंठों के अंदर का हिस्सा और आँखों की पलकों का निचला भाग भी फीका पड़ने लगता है। अगर आप अपनी हथेलियों और चेहरे का रंग सामान्य से ज़्यादा पीला देखें, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में खून की कमी हो रही है। खासकर, जब एनीमिया गंभीर रूप ले लेता है, तो ये लक्षण और भी ज़्यादा साफ तौर पर नज़र आते हैं, जो इस बात का इशारा करते हैं कि शरीर को तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है।
थोड़ी सी मेहनत में सांस फूलना-जब हमारे शरीर को ज़रूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, तो उसे पूरा करने के लिए हमारी सांसें तेज़ चलने लगती हैं। यही वजह है कि थोड़ी सी भी शारीरिक गतिविधि, जैसे सीढ़ियाँ चढ़ना, थोड़ा ज़्यादा चलना या कोई भी हल्का-फुल्का काम करने पर आपकी सांस फूलने लगती है। इस स्थिति में, हमारे दिल और फेफड़ों को सामान्य से कहीं ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है ताकि शरीर तक ऑक्सीजन पहुँचाई जा सके। अगर आपको अक्सर बिना किसी खास वजह के सांस फूलने लगे, तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें। यह सिर्फ आपकी फिटनेस की कमी नहीं, बल्कि एनीमिया की ओर एक गंभीर संकेत हो सकता है, जिस पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।
चक्कर आना और सिर में दर्द-दिमाग तक जब ऑक्सीजन कम पहुँचती है, तो एनीमिया की स्थिति में चक्कर आना और सिरदर्द जैसे लक्षण बहुत आम हो जाते हैं। अचानक से खड़े होने पर चक्कर आ जाना या सिर बहुत हल्का महसूस होना इसकी शुरुआत हो सकती है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे और दिमाग तक ऑक्सीजन की कमी जारी रहे, तो इसका असर दिमाग पर पड़ने लगता है और लगातार सिरदर्द भी होने लगता है। कई बार लोग इसे सिर्फ तनाव या माइग्रेन समझ लेते हैं। लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो डॉक्टर से मिलकर खून की जांच करवाना बहुत ज़रूरी हो जाता है ताकि असली वजह का पता चल सके।
दिल की धड़कन का तेज़ होना-एनीमिया की स्थिति में, हमारे दिल को पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने के लिए सामान्य से कहीं ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसी अतिरिक्त मेहनत के कारण दिल की धड़कनें सामान्य से तेज़ हो जाती हैं। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में ‘हार्ट पाल्पिटेशन’ भी कहा जाता है। कई बार, ऑक्सीजन की कमी के कारण सीने में हल्का दर्द या दबाव जैसा महसूस हो सकता है। अगर आपकी दिल की धड़कनें बार-बार तेज़ होने लगें या आपको सीने में कोई भी असहजता महसूस हो, तो यह एनीमिया का एक गंभीर संकेत हो सकता है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।
अन्य संकेत जिन पर ध्यान देना चाहिए-एनीमिया के कुछ और ऐसे लक्षण भी हैं जिन्हें लोग अक्सर छोटी-मोटी बात समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। जैसे, ‘पल्सटाइल टिनिटस’, जिसमें व्यक्ति को अपने कानों के अंदर या सिर में खुद की धड़कनें सुनाई देने लगती हैं। इसके अलावा, अगर आपके हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहते हैं, तो यह भी एनीमिया का एक संकेत हो सकता है। इसका मुख्य कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन का ठीक से न हो पाना है। यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि समय पर सही इलाज मिलने से एनीमिया को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।

