
Tata Capital IPO 2025: जानिए देश का सबसे बड़ा वित्तीय क्षेत्र IPO कब और कैसे खुलेगा
Tata Capital IPO: क्या है खास और आपके लिए क्या मायने रखता है?-Tata Capital का IPO (Initial Public Offering) बाज़ार में धूम मचा रहा है, और यह जानना ज़रूरी है कि यह क्या है और आपके लिए इसका क्या मतलब हो सकता है। यह साल का सबसे बड़ा IPO होने जा रहा है, और इसमें कई दिलचस्प बातें हैं। आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!1. IPO का ऐलान: बड़ा धमाका!-Tata Capital, जो कि Tata Group की एक जानी-मानी वित्तीय सेवा कंपनी है, ने अपने IPO की घोषणा कर दी है। शेयर का प्राइस बैंड ₹310-326 रुपये तय किया गया है। इसका मतलब है कि आप इस रेंज में शेयर खरीद सकते हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो यह इस साल का सबसे बड़ा IPO होगा, जिससे बाज़ार में हलचल मच जाएगी।कब खुलेगा? IPO 6 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक खुलेगा, और Anchor Book Bidding 3 अक्टूबर को होगी।कितने शेयर? कुल 47.58 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। इसमें 21 करोड़ नए शेयर (Fresh Issue) और 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे।कौन बेच रहा है? Tata Sons 23 करोड़ शेयर बेचेंगे, और International Finance Corporation (IFC) 3.58 करोड़ शेयर ऑफलोड करेगी।अगर उच्चतम प्राइस बैंड पर देखा जाए तो, Tata Capital का वैल्यूएशन लगभग ₹1.38 लाख करोड़ रुपये है!
2. IPO का उद्देश्य और Tata Capital का सफर-यह IPO सिर्फ़ पैसे जुटाने के लिए नहीं है। इसका एक बड़ा उद्देश्य है:पैसे का इस्तेमाल: IPO से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने Tier-1 Capital Base को मजबूत करने में करेगी। इसका मतलब है कि कंपनी के पास और ज़्यादा पैसे होंगे, जिससे वह लोन दे सकेगी और अपना विस्तार कर सकेगी।SEBI की मंज़ूरी: Tata Capital ने अप्रैल में ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए थे और जुलाई में SEBI (Securities and Exchange Board of India) से मंज़ूरी हासिल की थी।RBI का नियम: Tata Capital को सितंबर 2022 में Upper-Layer NBFC (Non-Banking Financial Company) के रूप में वर्गीकृत किया गया था, जिसके तहत RBI ने तीन साल के भीतर लिस्टिंग अनिवार्य कर दी थी।यह IPO भारत के वित्तीय क्षेत्र में एक बड़ा कदम है और Tata Group के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है।
3. Tata Capital: वित्तीय स्थिति और ग्राहक आधार-Tata Capital की वित्तीय स्थिति काफ़ी मज़बूत है:मुनाफ़ा: FY25 में कंपनी ने ₹3,655 करोड़ का PAT (Profit After Tax) दर्ज किया, जो FY24 के ₹3,327 करोड़ से ज़्यादा है।राजस्व: सालाना राजस्व ₹28,313 करोड़ तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष के ₹18,175 करोड़ से काफ़ी ज़्यादा है।ग्राहक: 2007 से कंपनी ने 70 लाख से ज़्यादा ग्राहकों को सेवा दी है।उत्पाद: Tata Capital के पास 25 से ज़्यादा लोन प्रोडक्ट्स हैं, जो अलग-अलग तरह के ग्राहकों, जैसे कि सैलरीड, सेल्फ-एम्प्लॉयड, व्यवसायी, SMEs और कॉर्पोरेट्स के लिए हैं।
4. IPO का आवंटन और प्रबंधन- हिस्सेदारी: IPO का 50% हिस्सा QIBs (Qualified Institutional Buyers) के लिए रिज़र्व है, 35% रिटेल निवेशकों के लिए और 15% नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों के लिए।
लिस्टिंग: Tata Capital का स्टॉक 13 अक्टूबर को शेयर मार्केट में डेब्यू करेगा।
प्रबंधन: इस IPO का प्रबंधन कई बड़ी कंपनियों द्वारा किया जा रहा है, जिनमें Axis Capital, Kotak Mahindra, BNP Paribas, HDFC Bank, HSBC, Citigroup, ICICI Securities, IIFL Capital, SBI Capital Markets और J.P. Morgan India शामिल हैं।
यह IPO निवेशकों के लिए एक अच्छा मौक़ा हो सकता है, लेकिन निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च ज़रूर करें और वित्तीय सलाहकारों से सलाह लें।
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