
मैक्स हेल्थकेयर के दिल के डॉक्टरों के बड़े साहब बलबीर सिंह ने IANS से बात की और बताया कि AI, यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दिल की किसी भी परेशानी को पहले ही पकड़ सकता है और मरीजों के लिए बड़ी राहत बन सकता है। ये आवाज में हल्का सा बदलाव और आंखों की चाल को भी फट से पकड़ लेता है, जो कोई और मशीन या तरीका नहीं कर पाता। बड़े-बड़े जानकार कहते हैं कि सही टाइम पर बीमारी ढूंढने और हर मरीज के हिसाब से इलाज करने में AI भारत में दिल की बीमारियों से लड़ने का बड़ा साथी बन सकता है। भारत में दिल के मरीज दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं, जो सिरदर्द की बात है। ये यहाँ मरने की सबसे बड़ी वजह भी है। बलबीर सिंह ने फिर कहा कि AI दिल की दिक्कत को पहले से बता सकता है और मरीजों को बड़ी मदद दे सकता है। ये आवाज और आंखों की छोटी-मोटी हरकत को भी आसानी से समझ लेता है, जो बाकी चीजें नहीं कर पातीं।

नई दिल्ली में क्या चला
नई दिल्ली में दो दिन तक कार्डियोलॉजी SUMMA 2024 नाम की मीटिंग हुई। इसमें बलबीर सिंह ने कहा, “AI दिल की बीमारी को पहले पकड़ने, हर मरीज के लिए अलग से इलाज का प्लान बनाने और उनकी सेहत को ठीक करने में बड़ा बदलाव ला सकता है। ढेर सारी जानकारी को जल्दी और सही ढंग से चेक करने का दम AI में है। इससे डॉक्टरों को सही फैसले लेने में आसानी होती है, जिससे इलाज ज्यादा अच्छा और सही वक्त पर हो पाता है।”
गाँव वालों को भी आसानी
दिल के डॉक्टरों का कहना है कि AI भारत में सेहत की दुनिया को बड़ा फायदा पहुंचा सकता है, खासकर गाँव में रहने वालों को। यहाँ बहुत सारे लोग दूर-दूर तक बसे हैं, और उनके लिए अच्छा इलाज ले जाना बड़ी चुनौती है।
मेयो क्लिनिक का नजरिया
मेयो क्लिनिक के मेडिसिन प्रोफेसर और दिल के विभाग के बॉस पॉल ए. फ्राइडमैन ने IANS से कहा, “AI भारत में सेहत के लिए बड़ा काम कर सकता है। गाँवों या दूर की जगहों पर रहने वालों को बेहतर इलाज दे सकता है।” फ्राइडमैन ने आगे बताया कि AI के तीन बड़े काम हैं—ये ईसीजी या दूसरी टेस्टिंग को जल्दी पढ़ लेता है और बीमारी ढूंढ लेता है; ये बता देता है कि किसे ज्यादा ध्यान चाहिए और आगे कौन सी बीमारी हो सकती है।
भारत का बढ़ता कदम
मेयो क्लिनिक में दिल के विभाग के नंबर दो और मेडिसिन प्रोफेसर गुरप्रीत संधू ने भारत में सेहत की दुनिया के बढ़ने की तारीफ की। संधू ने IANS से कहा, “पिछले कुछ सालों में भारत में सेहत का काम गजब ढंग से बढ़ा है। खासकर महामारी के बाद से रफ्तार और तेज हुई है। नए अस्पताल बन रहे हैं, नई तकनीकें आ रही हैं, खास तौर पर दिल की बीमारियों में कोई कमी नहीं। सबसे नई चीजों के साथ, मुझे लगता है भारत का आगे का रास्ता शानदार है।”
दो दिन की खास गपशप
दो दिन की ये बड़ी कार्डियोलॉजी मीटिंग ‘कार्डियोलॉजी SUMMA 2024’ में दुनिया भर के दिल के बड़े जानकार, रिसर्च करने वाले और सेहत के माहिर लोग जमा हुए। सबने मिलकर दिल की देखभाल में नई चीजों, इलाज के नए ढंगों और AI जैसी नई तकनीकों की बात की। ये सब दिल की बीमारी को पकड़ने और मरीजों को ठीक करने में कैसे काम आ सकता है, इस पर ढेर सारी बातें हुईं। तो कुल मिलाकर, AI अब सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि दिल की बीमारी से लड़ने का बड़ा हथियार बन गया है। खास तौर पर भारत जैसे देश में, जहाँ गाँव से लेकर शहर तक सबको अच्छी सेहत चाहिए। आपको क्या लगता है—हमारा सेहत का सिस्टम इसके साथ कितना आगे बढ़ेगा?