
जब आप मार्केट में कोई बजट फोन लेने जाते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल यही होता है क्या इस प्राइस में अच्छा फोन मिलेगा भी या नहीं? यही सोच मेरे मन में भी थी जब मैंने Vivo T4X 5G को रिव्यू के लिए हाथ में लिया। सोचिए, सिर्फ 13,000 रुपये में आपको मिल रहा है 5G कनेक्टिविटी, Mediatek Dimensity 7300 वाला लेटेस्ट प्रोसेसर, 120Hz का स्मूद रिफ्रेश रेट वाला डिस्प्ले, UFS 3.1 जैसी तेज़ स्टोरेज टेक्नोलॉजी (जो कि कई 20 हज़ार के फोन्स में भी नहीं होती), 50MP का कैमरा और ऊपर से 6500mAh की बड़ी बैटरी l कागज़ पर ये सब देखकर तो कोई भी बोलेगा – “भाई, ये तो धमाका है!” लेकिन जैसा कि टेक दुनिया में अक्सर होता है, हर चीज़ जो पेपर पर शानदार दिखती है, वो रियल लाइफ यूज़ में वैसी हो ये ज़रूरी नहीं। इसलिए मैंने सोचा कि इस फोन को एक आम यूज़र की तरह इस्तेमाल करके देखा जाए — एक ऐसा बंदा जो गेम्स भी खेलता है, फोटो भी क्लिक करता है, मूवीज भी देखता है और नेट पर स्क्रॉल भी करता है। चलिए, अब बात करते हैं उस असली एक्सपीरियंस की जो मुझे Vivo T4X 5G के साथ मिला।

जब भी कोई बजट फोन खरीदा जाता है, यूज़र सबसे पहले यही सोचता है कि उसमें चार्जर मिलेगा या नहीं, कवर मिलेगा या नहीं, स्क्रीन प्रोटेक्टर होगा या नहीं।तो इस मामले में Vivo T4X 5G ने दिल खुश कर दिया। बॉक्स खोलते ही जो चीजें मिलीं, वो कुछ इस तरह थीं मतलब यूज़र को अलग से एक भी चीज़ नहीं खरीदनी पड़ेगी, और ये बात एक बजट खरीदार के लिए काफी मायने रखती है। दूसरी कंपनियों को भी यह सीखने की जरूरत है कि हर छोटी-छोटी चीज़ यूज़र के लिए ज़रूरी होती है, और उन्हें अलग से बेचने के बजाय बॉक्स में देना, एक पॉज़िटिव इम्प्रेशन बनाता है। प्लास्टिक बॉडी लेकिन प्रीमियम लुक — इनहैंड फील में कोई समझ नहीं पाएगा कीमत
फोन हाथ में लिया तो पहली चीज़ जो ध्यान खींचती है, वो है इसकी इनहैंड फील और लुक। और इस प्राइस पर इससे ज्यादा उम्मीद करना भी थोड़ा ज़्यादा हो जाएगा। लेकिन जिस तरह से इसका डिजाइन और कलर फिनिश दिया गया है, वो इसे काफ़ी प्रीमियम बनाता है। फोन देखकर कोई आसानी से यह नहीं कह पाएगा कि यह एक 13,000 रुपये का फोन है। इसके लुक्स ऐसे हैं कि अगर किसी को इसकी कीमत ना बताई जाए, तो वह इसे 18–20 हजार की रेंज का स्मार्टफोन समझ सकता है। Vivo ने यहां काफी संतुलन बनाने की कोशिश की है – कम कीमत में भी अच्छा दिखने वाला फोन कैसे बनाया जाए, वो उन्होंने बखूबी दिखाया है।
डिस्प्ले – जो किसी भी स्मार्टफोन का सबसे पहला और सबसे ज़रूरी हिस्सा होता है। Vivo T4X 5G में 6.72 इंच का IPS LCD पैनल दिया गया है। यह 120Hz का रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है, जो स्क्रॉलिंग को काफी स्मूद बनाता है। ब्राइटनेस 1050 निट्स तक जाती है, जो धूप में भी स्क्रीन को अच्छी तरह से विजिबल बनाए रखती है। अब अगर OLED पैनल से इसकी तुलना करें, तो हां – थोड़ी पिक्चर क्वालिटी और कलर वाइब्रेंसी में फर्क महसूस होता है। लेकिन सच कहूं तो, इस प्राइस पर ये LCD पैनल भी कमाल का परफॉर्म करता है। YouTube पर HDR कंटेंट प्ले किया तो कलर अच्छे दिखे, एंगल से देखने पर भी डिस्प्ले वॉशआउट नहीं हुआ। तो भले OLED ना हो, लेकिन यह स्क्रीन निराश नहीं करती। Dimensity 7300 का परफॉर्मेंस – गेमिंग, मल्टीटास्किंग सब संभाल लेता है
Vivo T4X 5G में लगा है MediaTek Dimensity 7300 चिपसेट, जो 4nm आर्किटेक्चर पर बना है और इस वजह से यह ज्यादा एफिशिएंट भी है और पावरफुल भी। इसी चिपसेट को आपने Nothing के ब्रांड CMF Phone 1 में भी देखा होगा, जो 15,000 की रेंज में है। यहां तक कि इसका मॉडिफाइड वर्जन CMF 2 Pro में भी यूज़ हो रहा है। तो इस फोन में इसका होना एक बड़ी बात है। रोजमर्रा के टास्क — जैसे ऐप्स खोलना, सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करना, मिड-लेवल गेमिंग — सब कुछ स्मूदली चलता है। हाँ, बहुत हेवी गेम्स (जैसे Genshin Impact) में थोड़ी गर्मी या फ्रेम ड्रॉप्स महसूस हो सकते हैं, लेकिन फिर आप यह भी याद रखिए कि यह एक 13,000 रुपये का फोन है। इस हिसाब से इसकी परफॉर्मेंस शानदार है।
कैमरा: अच्छी रौशनी में बढ़िया परफॉर्मेंस, लेकिन वाइड एंगल की कमी खलती है कैमरा की बात करें तो फोन में दो सेंसर मिलते हैं – एक 50MP का प्राइमरी कैमरा और एक 2MP का डेप्थ सेंसर। 50 मेगापिक्सल का कैमरा अच्छी रौशनी में डिटेल्ड फोटो लेता है। कलर नेचुरल आते हैं और शार्पनेस भी ठीक-ठाक रहती है। लेकिन यहां एक चीज़ ज़रूर खलती है – वाइड एंगल लेंस की कमी। ग्रुप फोटो या लैंडस्केप शॉट्स लेते वक्त ये कमी महसूस होती है। कम रौशनी में कैमरा का परफॉर्मेंस औसत रहता है, थोड़ा शार्पनेस और डिटेल की कमी दिखती है, लेकिन इस बजट में यह बहुत बड़ी शिकायत नहीं है। फ्रंट कैमरा decent सेल्फी लेता है, जो सोशल मीडिया अपलोड के लिए पूरी तरह ठीक है।
बैटरी और चार्जिंग: दो दिन का बैकअप और 44W की फास्ट चार्जिंग फोन की बैटरी इसकी सबसे बड़ी ताकतों में से एक है। इसमें 6500mAh की दमदार बैटरी मिलती है, जो मीडियम यूज़ में आराम से डेढ़ से दो दिन तक चल जाती है।अगर आप बहुत हेवी यूज़र नहीं हैं, तो एक बार चार्ज करने के बाद दो दिन तक बिना चार्जर के फोन यूज़ कर सकते हैं — और यही एक बजट स्मार्टफोन से सबसे बड़ी उम्मीद होती है।चार्जिंग की बात करें तो Vivo बॉक्स में 44W का फास्ट चार्जर दे रहा है, जो कि एक और प्लस पॉइंट है। फोन 1 घंटे से थोड़ा ज़्यादा में फुल चार्ज हो जाता है, जो इस बैटरी साइज को देखते हुए काफ़ी अच्छा टाइम है।