
जांजगीर चांपा /बलौदा । ग्राम पंचायत जावलपुर निवासी संतोष मानिकपुरी ने जनपद पंचायत बलौदा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को शिकायत पत्र सौंपते हुए आरोप लगाया है कि गांव के सरपंच द्वारा वर्ष 2019 में जबरन उनके पुश्तैनी खेत में तालाब का निर्माण कराया गया, जिससे श्री संतोषमयी सर्वमंगल मंदिर परिसर और आसपास के घरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अब दोबारा उसी तालाब का गहरीकरण कराया जा रहा है, जिससे मंदिर और निवासियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।

यह भूमि उनके पिता कांतिकराम मानिकपुरी ने मंदिर सेवा के लिए समर्पित की थी। उन्होंने इसे सीमांकन सहित ग्राम पंचायत को सौंप दिया था और कई वर्षों तक स्वयं मंदिर की देखरेख करते रहे। लेकिन सरपंच द्वारा मनमानी तरीके से बिना जनसुनवाई या प्रशासनिक अनुमति के जबरन तालाब खुदवाया गया, जिससे बारिश के मौसम में मंदिर परिसर और आसपास के घर पूरी तरह डूब जाते हैं।
शिकायत में बताया गया है कि पहले भी तहसीलदार, एसडीएम कार्यालय और जनपद पंचायत को इस समस्या से अवगत कराया गया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब फिर से सरपंच द्वारा गहरीकरण कराए जाने से हालात और बिगड़ सकते हैं। संतोष मानिकपुरी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से तालाब निर्माण व गहरीकरण कार्य को रोका जाए और मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आग्रह किया है कि दोषी सरपंच के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए ताकि धार्मिक स्थल और ग्रामीणों की संपत्ति की रक्षा हो सके।