ऊंची कीमतों के बावजूद देश में अक्षय तृतीया पर कुल 20 से 22 टन सोना बिका। पहले 25 टन तक बिक्री का अनुमान लगाया गया था। ऑल इंडिया जेम्स एंड जूलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन संयम मेहरा ने बताया, मात्रा के लिहाज से इस बार पिछले साल अक्षय तृतीया जितना ही सोना बिका है। हालांकि, मूल्य के लिहाज से बिक्री में तेजी दर्ज की गई है। इसकी प्रमुख वजह सोने की कीमतों में एक साल में करीब 22 फीसदी की तेजी है।
देशभर में सोने की कुल बिक्री में दक्षिण भारत की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 40 फीसदी रही। पश्चिम भारत में करीब 25 फीसदी, पूर्वी भारत में 20 फीसदी और उत्तर भारत में 15 फीसदी सोने की बिक्री हुई।
खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि सुस्त पड़कर 4.9 फीसदी
खनन क्षेत्र का प्रदर्शन खराब होने से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मार्च, 2024 में मासिक आधार पर घटकर 4.9 फीसदी रह गई। फरवरी में यह 5.6 फीसदी और मार्च, 2023 में 1.9 फीसदी रही थी। वहीं, 2023-24 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.8 फीसदी रही थी। 2022-23 के दौरान यह आंकड़ा 5.2 फीसदी था। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में खनन क्षेत्र में उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 1.2 फीसदी रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह 6.8 फीसदी थी। मार्च में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर एक साल पहले के 1.5 फीसदी से बढ़कर 5.2 फीसदी पहुंच गई। बिजली उत्पादन की वृदि्ध दर 8.6 फीसदी पहुंच गई। मार्च, 2023 में इसमें 1.6 फीसदी की गिरावट रही थी। प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।