
इन तरीकों से करें वेस्ट चायपत्ती का इस्तेमाल
नई दिल्ली। चाय भारत में पिया जाने वाला सबसे लोकप्रिय ड्रिंक है। यहां हर किसी को चाय पीने का बहाना चाहिए। सुबह हो या शाम, चाय के दीवाने कभी इसके लिए मना नहीं करते। खासकर सर्दियों में जब लोग अक्सर गर्मी पाने के लिए किसी भी वक्त चाय पी लेते हैं, जिससे इस सीजन में चाय की खपत भी दोगुनी हो जाएगी। इतनी सारी चाय बनने के बाद उसे छानने कर निकलने वाली चायपत्ती भी बेकार हो जाती है।
अधिकतर लोग इसे फेंक ही देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बची हुई वेस्ट चायपत्ती का भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं और इसके फायदों का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, इसके बारे में सबको जानकारी नहीं है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कैसे करें बची हुई चायपत्ती का दोबारा इस्तेमाल-
खाद के रूप में मिट्टी में डाले जान

चायपत्ती में टेनिक एसिड पाया जाता है। इसके साथ इसमें ऐसे न्यूट्रिएंट पाए जाते हैं, जो मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए एक नेचुरल फर्टिलाइजर का काम करते हैं। जैसे-जैसे चायपत्ती मिट्टी में जाने के बाद सड़ती है और मिट्टी के साथ घुलती जाती है, ये अपने न्यूट्रिएंट को मिट्टी में छोड़ते जाती है। इससे मिट्टी उपजाऊ होती है और इसमें लगाएं जाने वाले सभी पौधों को पर्याप्त न्यूट्रीशन मिलता है और वे लहलहा कर खिल उठते हैं।
इन्फेक्शन से बचाव
बची हुई चायपत्ती को बाल्टी भर पानी में मिलाएं और इसका छिड़काव अपने किचन गार्डन और पौधों पर करें। इससे पौधों पर लगने वाले फंगल इन्फेक्शन से बचाव होता है।
बदबू हटाएं
फ्रिज से आने वाली खराब बदबू को आसानी से बची हुई चायपत्ती से दूर किया जा सकता है। बची हुई चायपत्ती को कॉटन कपड़े में लपेटें और फ्रिज में रख दें। लहसुन प्याज जैसी महक भी इस चायपत्ती की पोटली से दूर भाग जाएगी।
स्किन के लिए टॉनिक
बची हुई चायपत्ती स्किन को कई मायनों में फायदा पहुंचा सकती है। इसका एक्सफोलिएटिंग स्क्रब बनाया जा सकता है। इसे अपने फेसवॉश के साथ ही मिला कर स्किन पर लगाएं। ये सनबर्न से राहत पहुंचाता है और जलने पर लगाने से भी राहत दिलाता है। बची हुई चायपत्ती को पीस कर इसमें शहद, दही या नींबू डाल कर इसका फेस मास्क भी बनाया जा सकता है।