
उत्तराखंड आपदा: मदद का ऐलान, सीएम धामी की पैनी नज़र!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!केंद्र की विशेष टीम का दौरा: नुकसान का होगा सटीक आकलन-उत्तराखंड में हाल ही में आई भयानक आपदा के बाद, केंद्र सरकार ने प्रभावित इलाकों का जायजा लेने और नुकसान का सही-सही पता लगाने के लिए 7 सदस्यों की एक खास टीम भेजने का फैसला किया है। इस टीम में बड़े-बड़े इंजीनियर, डायरेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम सीधे मौके पर पहुंचकर हर छोटी-बड़ी बात का मुआयना करेगी और नुकसान की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर आगे की मदद और पुनर्निर्माण के कामों की योजना बनाई जाएगी, ताकि प्रभावित क्षेत्रों को जल्द से जल्द पुरानी स्थिति में लाया जा सके।
राज्य सरकार की तैयारी: मदद के लिए विस्तृत प्रस्ताव-आपदा से हुए भारी नुकसान और राहत कार्यों की ज़रूरत को देखते हुए, उत्तराखंड की राज्य सरकार भी एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर रही है। मुख्य सचिव के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर केंद्र सरकार को भेजेगा। इस प्रस्ताव में आपदा से प्रभावित लोगों के लिए ज़रूरी राहत और पुनर्वास के कामों का ब्यौरा होगा, जिसके आधार पर केंद्र से आर्थिक मदद मांगी जाएगी। सरकार का मुख्य उद्देश्य यही है कि जिन इलाकों में तबाही मची है, उन्हें जल्द से जल्द सामान्य जीवन की ओर ले जाया जा सके।
मुख्यमंत्री धामी का सीधा निरीक्षण: हर पल की जानकारी-उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी इस आपदा की स्थिति पर लगातार बारीकी से नज़र बनाए हुए हैं। उन्होंने खुद चमोली पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों का ज़मीनी स्तर पर निरीक्षण किया है। मुख्यमंत्री का यह स्पष्ट कहना है कि आपदा से प्रभावित हुए लोगों की समस्याओं को तुरंत हल किया जाएगा और उन्हें हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी। उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता यही है कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई देरी न हो।
थराली में राहत कार्यों की समीक्षा: तेज़ी लाने के निर्देश-शनिवार को मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून में राज्य आपदा परिचालन केंद्र का दौरा किया और चमोली के थराली क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने थराली में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति तक मदद पहुंचने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और हर स्तर पर काम को पूरी तेज़ी से किया जाए ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके।
