
क्या सबलगढ़ के एसडीएम अरविन्द माहौर का निलंबन न्यायसंगत है? महिला के साथ अभद्र व्यवहार के बाद उठाया कदम
सबलगढ़ एसडीएम सस्पेंड: सीएम का बड़ा एक्शन! जानिए क्या है पूरा मामला?
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!महिला से बदसलूकी का आरोप, सीएम ने तुरंत लिया फैसला-सबलगढ़, मुरैना के एसडीएम, अरविंद माहौर, को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सख्त निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। यह फैसला तब लिया गया जब उनके खिलाफ महिला के साथ अभद्र व्यवहार और नियमों को ताक पर रखकर पटवारियों के तबादले करने की गंभीर शिकायतें सामने आईं। सीएम ने खुद सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी साझा की।
क्यों हुई कार्रवाई? आचरण पर सवाल-शिकायतों के आधार पर, एसडीएम माहौर पर एक महिला के साथ अनुचित व्यवहार करने और पटवारियों के तबादलों में अनियमितता बरतने के गंभीर आरोप लगे थे। इन आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित करने के आदेश जारी किए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।
प्रशासनिक अमूकता का पैगाम-मुख्यमंत्री ने चंबल कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि एसडीएम के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। यह कदम सरकारी महकमे में काम करने वाले हर व्यक्ति के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि जनता की सेवा करते हुए आचरण और व्यवहार में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनता की सेवा में अनुशासन सर्वोपरि-डॉ. मोहन यादव ने इस मामले पर जोर देते हुए कहा कि जनसेवा के कार्य में आचरण की मर्यादा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। यह निलंबन प्रशासनिक जवाबदेही तय करने और आम जनता के अधिकारों की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सरकारी कर्मचारियों को अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक सजग बनाएगा।

