चंडीगढ़। पेरिस ओलंपिक से लौटी पहलवान विनेश फोगाट शनिवार को शंभू बार्डर पर पहुंचकर धरने पर बैठे किसानों को समर्थन किया। किसान संगठनों ने विनेश फौगाट को सम्मानित किया।
शंभू बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दो सौ दिन पूरे होने के अवसर पर वहां लगातार कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। विनेश फौगाट शुक्रवार को अमृतसर स्थित दरबार साहिब गई थीं। वहां से वापस लौटते समय विनेश शनिवार शंभू बार्डर पर पहुंच गई। किसान आंदोलन 2.0 के दो सौ दिन पूरे होने पर शंभू व खन्नौरी बॉर्डरों पर किसान महापंचायत हो रही थी। फोगाट इस कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस मौके पर विनेश फोगाट ने कहा कि किसान दो सौ दिन से यहां बैठे हैं। यह देखकर दुख होता है। वह सभी इस देश के नागरिक हैं। किसान देश को चलाते हैं। उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, एथलीट भी नहीं। अगर वह हमें खाना नहीं खिलाएंगे, तो हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं। फोगाट ने कहा कि हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते हैं, भले ही हम उन्हें दुखी देखते हों। मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि किसानों की बात सुननी चाहिए। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। अगर लोग इस तरह सडक़ों पर बैठे रहेंगे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा।