
दमोह । दमोह नगर के क्रिश्चियन कॉलोनी में एक रहवासी मकान में एक साथ बाहर नाबालिग बच्चों के मिलने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस ने छापामार कार्यवाही की है। बुधवार देर रात्रि प्रारंभ हुई यह कार्यवाही पूरी रात चलती रही। बाल संरक्षण आयोग एवं मानव अधिकार आयोग के संज्ञान में आने के बाद यह मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जिस मकान में यह बच्चे मिले हैं वह प्रवीण शुक्ला नामक व्यक्ति का बताया जाता है।

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पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो जांच में अनेक तथ्य उभर कर सामने आएंगे। बाल संरक्षण आयोग के सदस्य महिला बाल विकास के अधिकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से कार्यवाही में पूरी रात से लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से यहां रह रहे हैं जो सभी नाबालिक बताए जाते हैं। आरोप है कि इनको ईसाई धर्म के संबंध में लगातार शिक्षा दी जा रही थी और इनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। ज्ञात हो कि गत वर्ष भी लगातार इस प्रकार की कार्यवाहियां की गई थी जिसमें अनेक मामले निकलकर सामने आए थे। धर्म परिवर्तन और ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार को लेकर दमोह जिला एक बड़ा गढ़ बना रहा है।
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शिक्षा स्वास्थ्य एवं समाज सेवा के नाम पर लगातार क्रिश्चियन मिशनरी यहां पर कार्य करती रही इसके संबंध में अभी भी लगातार सूचना प्राप्त होती रहती है और इसी सूचना के आधार पर यह बड़ी कार्रवाई एक बार फिर हुई है। प्रवीण शुक्ला नामक व्यक्ति जिस पर नाबालिग बच्चों को अवैध तरीके से घर में रखना और धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है उसके चार पहिया वाहन पर मानव अधिकार सुधार संगठन लिखा हुआ है। जिस पर आरोप है कि वह उपजाति शुक्ला लिखे हुए हैं जबकि उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है।
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इनका कहना है-
दमोह सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी आनंद राज ने जानकारी देते हुए बताया मामले को लेकर सूचना प्राप्त हुई थी पुलिस से प्रत्येक पहलू की जांच में लगी हुई है क्योंकि मामला धर्म और नाबालिक बच्चों से जुड़ा हुआ है।
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जांच में जो भी तथ्य निकाल कर सामने आएंगे उसके आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कार्यवाही की जाएगी। अभी हमारे साथ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य एवं शिकायतकर्ता तथा महिला बाल विकास के अधिकारी जांच में लगे हुए हैं।
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बाल संरक्षण आयोग के सदस्य दीपक तिवारी ने बताया कि बाल संरक्षण आयोग और मानव अधिकार आयोग के संज्ञान में आने पर शिकायत की गई थी और अब मौके पर 12 बच्चे मिले हैं जो नाबालिक हैं जिस पर पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
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प्रवीण शुक्ला जिन पर अवैध रूप से 12 नाबालिग बच्चों को रखने और धर्म परिवर्तन का आरोप है उनका कहना है हमने किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराया है उनके माता-पिता क्रिश्चियन है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि यह मकान ना तो हॉस्टल के रूप में पंजीकृत है और ना ही इस संबंध में उनके द्वारा किसी प्रकार की सूचना पुलिस को या संबंधित विभाग को दी गई है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यह सभी बच्चे नाबालिक हैं।
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