महिला सुरक्षा पहली प्राथमिकता : रतन लाल डांगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की सर्वोच्च पुलिस प्रशिक्षण संस्था नेताजी सुभाषचंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी में महिला सुरक्षा एवं उनके विरुद्ध घटित अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरएण्डडी) के निर्देशानुसार दिनांक 29जनवरी से 2 फरवरी तक पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जि़लों से आए पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए अकादमी के निदेशक श्री रतन लाल डांगी ने कहा कि जब तक महिलाओं में उनके विरुद्ध घटित होने वाली घटनाओं का डर खत्म नहीं किया जाएगा तब तक महिलाओं का विकास एवं समाज तथा राष्ट्र का विकास हो पाना संभव नहीं है। पुलिस के विवेचक अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह महिला संबंधी किसी भी प्रकार के अपराध घटित होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल अपराध दर्ज कर मामले में विस्तृत विवेचना करें एवं अपराधियों को ठोस सबूतों के साथ न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें। पुलिस अधिकारियों को महिला संबंधी घटित होने वाले अपराधों पर और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है। विवेचक अधिकारियों को महिला संबंधी अपराधों पर पीडि़त के प्रति सहानुभूति दिखाना होगा, संवेदनशील होना होगा और पीडि़त की बात को ध्यान से सुनना होगा। इस पाँच दिवसीय कार्यशाला में सभी पुलिस अधिकारियों को महिलाओं से संबंधित कानूनी प्रावधानों में नवीनतम संशोधनों एवं वैज्ञानिक अनुसंधान की प्रक्रियाओं से अवगत कराया जाएगा। साथ ही न्यायालयों द्वारा प्रसारित दिशा निर्देश के संबंध में भी बताया जाएगा। इस कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर अकादमी के पुलिस अधीक्षक जयंत वैष्णव, उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूपा खेस, एडीपीओ श्री शुभम तोमर एवं समस्त अकादमी प्रशिक्षण स्टॉफ उपस्थित रहे।