देश-विदेश
Trending

पुतिन और मोदी की बातचीत: यूक्रेन युद्ध पर शांति की उम्मीदें

पुतिन और मोदी की अहम बातचीत: क्या थमेगा यूक्रेन युद्ध?

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

 पुतिन ने साझा की ट्रंप संग मुलाकात की जानकारी-रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। इस बातचीत में पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अपनी मुलाकात के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को विस्तार से बताया। यह फोन कॉल ऐसे समय में हुआ जब पूरी दुनिया की नज़रें यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर टिकी हैं और हर कोई शांति की उम्मीद कर रहा है। पुतिन ने मोदी को बताया कि अलास्का में हुई शिखर वार्ता में उन्होंने ट्रंप के साथ मिलकर यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के तरीकों पर चर्चा की। हालांकि, इस मुलाकात के बाद भी कोई युद्धविराम समझौता नहीं हो पाया है और संघर्ष अभी भी जारी है। इससे यह साफ़ है कि शांति स्थापित करने का रास्ता अभी भी लंबा और मुश्किलों से भरा है। फिर भी, इस बैठक को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि अगर अमेरिका और रूस जैसे बड़े देश मिलकर किसी समाधान की ओर बढ़ते हैं, तो इससे पूरी दुनिया को बड़ी राहत मिल सकती है। पुतिन ने इन सभी बातों को प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझा किया और भविष्य की संभावित दिशाओं पर भी चर्चा की।

 भारत की शांति की नीति पर मोदी का ज़ोर-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बातचीत के बाद यह स्पष्ट किया कि भारत हमेशा से ही यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत हर उस प्रयास का समर्थन करेगा जो यूक्रेन में युद्ध को रोकने और शांति स्थापित करने की दिशा में उठाया जाएगा। पुतिन के साथ फोन पर हुई इस बातचीत के लिए मोदी ने उनका धन्यवाद भी किया और कहा कि भारत लगातार इस तरह की बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है। भारत की यह शांतिप्रिय नीति कोई नई बात नहीं है; भारत हमेशा से ही यह कहता आया है कि किसी भी तरह के विवाद का हल बातचीत और कूटनीति से ही होना चाहिए, न कि युद्ध और हिंसा से। प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान न केवल भारत के रुख को स्पष्ट करता है, बल्कि यह पूरी दुनिया को यह संदेश भी देता है कि भारत शांति और सद्भाव का पक्षधर है। यह भारत की एक मजबूत कूटनीतिक स्थिति को भी दर्शाता है।

 दुनिया की निगाहें अगली बड़ी पहल पर-यह फोन कॉल केवल दो देशों के नेताओं के बीच हुई एक सामान्य बातचीत नहीं थी, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत भी है। अमेरिका और रूस के बीच हुई मुलाकात और उसके बाद पुतिन और मोदी के बीच हुई यह बातचीत यह दर्शाती है कि कूटनीतिक स्तर पर प्रयास जारी हैं। भले ही अभी तक युद्धविराम की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन इस तरह के संवाद से यह उम्मीद जरूर बढ़ जाती है कि भविष्य में कुछ सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं। भारत जैसे देशों का शांति की दिशा में लगातार समर्थन करना यह भी दिखाता है कि आज के समय में सिर्फ बड़ी और ताकतवर शक्तियों का ही नहीं, बल्कि संतुलित और शांतिप्रिय देशों की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है। आने वाले दिनों में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि क्या इन कूटनीतिक कोशिशों से ज़मीनी हकीकत में कोई बदलाव आता है या फिर हालात पहले जैसे ही बने रहते हैं। यह वैश्विक शांति के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।

Join Us
Back to top button
12 हजार से भी कम, 8GB रैम और 5G सपोर्ट के साथ 25,000 में ट्रेन से 7 ज्योतिर्लिंग यात्रा, जानें पूरा पैकेज और किराया IRCTC Bharat Gaurav चलेगी 10 पैसे प्रति किलोमीटर e-Luna Prime,सस्ती इलेक्ट्रिक बाइक iPhone से Pixel तक स्मार्टफोन पर बेस्ट डील्स, आज आखिरी मौका