
पंजाब में बाढ़ का कहर: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दौरा, किसानों को मदद का भरोसा
पंजाब में बाढ़ का कहर: शिवराज चौहान ने संभाला मोर्चा, किसानों के दर्द पर मरहम
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!किसानों से सीधा संवाद: शिवराज सिंह चौहान का पंजाब दौरा-केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज पंजाब की धरती पर पहुंचे हैं। उनका यह दौरा खास तौर पर उन बाढ़ प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के लिए है, जहाँ किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। वे सीधे किसानों से मिलकर उनकी मुश्किलों को समझेंगे और सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन देंगे। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद रहेंगे। चौहान ने स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार इस संकट की घड़ी में किसानों के साथ खड़ी है।
पूरा पंजाब आपदा की चपेट में: सरकार ने घोषित किया आपातकाल-लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने पंजाब के लगभग हर जिले को अपनी चपेट में ले लिया है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि राज्य सरकार को पूरे पंजाब को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करना पड़ा है और डिजास्टर एक्ट लागू कर दिया गया है। बाढ़ ने खेतों को पूरी तरह से डुबो दिया है, जिससे सैकड़ों गांवों का सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सरकार राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चला रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ली स्थिति की जानकारी, मदद का भरोसा-पंजाब में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप किया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात कर हालात का जायजा लिया। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया है कि केंद्र सरकार हर तरह की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री के इस आश्वासन से बाढ़ से प्रभावित लोगों और किसानों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है।
पंजाब सरकार की केंद्र से बड़ी मांग: 60,000 करोड़ की बकाया राशि-बाढ़ से हुए नुकसान से निपटने और प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार से एक बड़ी मांग रखी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि जीएसटी और ग्रामीण विकास निधि के तहत केंद्र सरकार से पंजाब के 60,000 करोड़ रुपये बकाया हैं। उनका मानना है कि यदि यह राशि जल्द मिल जाती है, तो राज्य में राहत और पुनर्वास का काम और भी तेजी से किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री मान का दृढ़ रुख: “हम अपना हक मांग रहे हैं”-पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष मजबूती से रखा है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने हमेशा देश की मुश्किल घड़ियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। अब जब राज्य स्वयं बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, तो यह उम्मीद स्वाभाविक है कि पूरा देश पंजाब के साथ खड़ा होगा। मान ने जोर देकर कहा कि वे कोई भीख नहीं, बल्कि अपना हक़ मांग रहे हैं, ताकि बाढ़ पीड़ितों तक समय पर मदद पहुँच सके।

